शाहजहांपुर : आसाराम के खिलाफ गवाह रहे कृपाल सिंह की विधवा ने सीएम अखिलेश यादव से मुआवजे के रूप में पचास लाख रुपए और पिस्तौल का लाइसेंस प्रदान करने की मांग की है. इसके अतिरिक्त, 6 साल के बेटे की शिक्षा में सहायता प्रदान करने की भी मांग की है. आसाराम के खिलाफ गवाही देने वाले कृपाल की बीते 10 जुलाई को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. कृपाल सिंह की विधवा मोनी पांच महीने से गर्भवती है.
कृपाल सिंह की विधवा मोनी सिंह ने इस बारे में सीएम अखिलेश यादव को पत्र लिख कर अनुरोध किया है. उन्होंने यह चिट्ठी शाहजहांपुर के डीएम को दी है. मोनी सिंह ने इसमें लिखा है कि उनके पति ही परिवार की आय का सहारा थे. गर्भवती होने की वजह से डॉक्टर ने उन्हें काम करने से मना किया है. अगर उनका छह साल का बेटा न होता तो वह अभी तक अपनी ज़िन्दगी का अंत कर चुकी होती. मोनी ने सरकार को मुआवजे पर ध्यान देने के लिए कहा है.
बच्चो की सुरक्षा के लिए मांगी पिस्तौल
अखिलेश यादव को लिखे पत्र में मोनी ने कहा उसने बीएससी शिक्षा प्राप्त की है और कम्प्यूटर एप्लिकेशन में डिप्लोमा भी ले रखा है, इसलिए बाद में उसे नौकरी देने पर भी सरकार विचार करे. मोनी ने अपने पत्र में हत्या के जिम्मेदार लोगो की गिरफ्तारी की भी मांग की है.
यह सवाल करने पर कि वह लाइसेंसी हथियार का क्या करेंगी, मोनी ने जवाब में कहा कि यह मांग उन्होंने अपने बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए की है. मोनी ने कहा यदि उसकी मांगें पूरी नहीं की गईं तो आगे कुछ भी गलत होने पर राज्य सरकार ही उसका कारण होगी.