स्वस्थ शरीर के लिए प्रतिदिन आठ घंटे की नींद बहुत जरूरी है. अगर आप दिन में आठ घंटे से कम नींद लेते हैं तो तनाव की आशंका बढ़ सकती है. ऐसे में मन शांत रहे और आप तनाव रहित रहें इसके लिए अपनी नींद के साथ को समझौता न करें.
भोजन के बीच लंबे अंतराल से भी हमें गुस्सा अधिक आता है और तनाव का स्तर बढ़ जाता है. स्वस्थ व तनावमुक्त रहने के लिए समय पर भोजन करें और हेल्दी डाइट लें. ऑफिस में घंटों तक काम करने के बाद आप फिर घर आकर भी उसी काम में लग जाते हैं तो समझ लें कि आपके काम का बोझ आपको बहुत जल्द ही तनावग्रस्त कर देगा. यहां तक कि यह आपको अवसाद की स्थिति में भी पहुंचा सकता है.
समय के अभाव के कारण दोस्ती और बातचीत आज सिर्फ सोशल नेटवर्किंग वेसबाइसट्स और मोबाइल फोन तक ही रह गई है. ऐसे में अकेलापन कुछ इस तरह बढ़ गया है कि यह हमारे तनाव का कारम होता जा रहा है. ऐसे में अपने रुटीन को कुछ इस तरह मैनेज करें कि दोस्तों और परिवार के साथ क्वालिटी टाइम बिता सकें.