ज्योतिष अनुसार नीलम शनि का रत्न है आमतौर पर ये नीले रंग का होता है. नीलम स्टोन बहुत ही ज्यादा ऊर्जा वाला माना जाता है. आइये जानते है कब और किसे पहनना चाहिए ये स्टोन.
मार्किट में नीलम दो तरह का मिलता है नेचुरल और आर्टिफीसियल, प्राकृतिक नीलम खानों से खुदाई करके निकाला जाता है जबकि कृत्रिम नीलम लैब में बनाया जाता है । अगर आप एस्ट्रोलॉजी रेमेडी के लिए नीलम ले रहे है तब नेचुरल स्टोन ही लेना चाहिए. बहुत से लोग असली के नाम पर नकली जेमस्टोन दे देते है जो की फायदा नहीं देता।
वृषभ, मिथुन, कन्या, तुला, मकर और कुम्भ लग्न वालों के लिए नीलम अच्छा रहता है ।
नीलम शनि ग्रह का रत्न है । शनि ग्रह व्यवसाय, समृद्धि, इत्यादि का कारक है । नीलम से बिज़नस और करियर संबंधी परेशानियां दूर होती देखि गयी है. एक ख़ास बात ये भी है इसके डालने का असर आपको 24 घंटे में ही दिख जाता है. चाहे यह अच्छा हो या बुरा. कभी भी माणिक, मोती और मूंगा नीलम के साथ नहीं डालने चाहिए ।
हमेशा अपनी कुंडली दिखाके ही नीलम रत्न पहने क्यूंकि ये बहुत ज्यादा पावरफुल स्टोन है.
ॐ शम शनिश चराये नमः
इस मंत्र से नीलम की अभीमंत्रित किया जाता है. नीलम डालने इसे उतारना नहीं चाहिए अगर गलती से किसी कारणवश उतरना पद गया है तो दोबारा अभिमंत्रित करना होगा.