WhatsApp ने नवंबर में लाखों भारतीय अकाउंट्स को बैन भी किया जा चुका है. इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी रूल्स के नियम 4(1)(डी) के अंतर्गत अकाउंट्स को बैन भी किया जा चुका है. उनकी लेटेस्ट रिपोर्ट के अनुसार, 1 नवंबर से 30 नवंबर के मध्य 37 लाख से अधिक अकाउंट्स को बैन कर दिया गया है. वहीं अक्टूबर में वॉट्सएप ने 35 लाख अकाउंट्स को बंद किया जा चुका है. आइए जानते हैं आखिर कारण क्या है...
कंपनी ने कही यह बात: लाखों भारतीय अकाउंट्स को बैन करने के बाद WHATSAPP के प्रवक्ता ने बोला है कि, 'व्हाट्सएप एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग सेवाओं के बीच दुरुपयोग को रोकने में एक इंडस्ट्री लीडर है. यूजर्स को सुरक्षित रखने के लिए हमने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, आर्ट टेक्नोलॉजी और डेटा साइंटिस्ट पर निरंतर निवेश भी कर रहे है.' कंपनी ने बोला है कि, 'हानिकारक गतिविधि को पहली स्टेज पर ही रोकना हमारी प्राथमिकता है. क्योंकि गतिविधि होने के बाद पकड़ने से कोई मतलब नहीं.'
क्यों किया जाता है वॉट्सएप अकाउंट बैन: WHATSAPP के दुरुपयोग का पता लगाने के लिए अकाउंट लाइफस्टाइल में तीन स्टेज को फॉलो भी किया जा रहा है. रजिस्ट्रेशन के बीच, मैजेसिंग के बीच और निगेटिव फीडबैक के बीच. कंपनी ने आगे कहा कि, 'टीम केसों का मूल्यांकन करती है और अकाउंट्स को बैन भी करने वाली है.' अकाउंट्स पर बैन क्यों लगाया जाता है? इस सवाल का जवाब WHATSAPP ने दिया कि कंपनी उन अकाउंट्स को बंद कर चुकी है, जो नीतियों और दिशानिर्देशों का उल्लंघन करते हैं. जैसे किसी ने फेक खबर फैलाई है तो उसको बैन किया जा चुका है. मैसेजिंग प्लेटफॉर्म, इससे देश में 400 मिलियन से अधिक उपयोगकर्ता हैं, उसे देश में नवंबर में 946 शिकायत रिपोर्ट मिलीं और 'कार्रवाई' के रिकॉर्ड 74 थे.