इलाहाबाद : सर्वोच्च न्यायालय के प्रमुख न्यायाधीश न्यायमूर्ति टीएस ठाकुर ने रविवार को कहा कि न्यायपालिका अपने कार्यों में विश्वसनीयता के संकट का सामना कर रही है। इसे एक बड़ी चुनौती माना जा रहा है। उन्होंने कहा कि न्यायाधीशों को अपने कर्तव्य के लिए सजग होना होगा। उन्होंने कहा कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय के 150 वें स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित होने वाले समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने इस न्यायालय के गौरवपूर्ण इतिहास का उल्लेख किया।
उन्होंने कहा कि वे ऐसी न्यायपीठ में पहुंचे हैं जहां मोतीलाल नेहरू, पंडित जवाहरलाल नेहरू, तेज बहादुर सप्रू और कैलाशनाथ काटजू आदि पधारे हैं। न्यायमूर्ति टीएस ठाकुर ने न्यायिक कार्यों को लेकर कहा कि न्यायाधीशों को यह लगता है कि जब बार एसोसिएशन प्रकरणों में सहयोग नहीं करता तो फिर उनके हल में और भी देरी होती है।
मुख्य न्यायाधीश टीएस ठाकुर ने कहा कि यदि अभिभाषक सहयोग करेंगे तो फिर न्यायाधीश पुराने मामलों को हल करने के लिए शनिवार को भी न्यायालय में अपना कार्य कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग जेलों में बंद हैं उनके मामलों में वे त्वरित निर्णय करने के पक्ष में हैं।