नई दिल्ली : बियर किंग और किंगफिशर ग्रुप आॅफ इंडस्ट्रीज़ के अधिपति विजय माल्या को लेकर सरकार की किरकिरी हो रही है। ऐसे में सरकार विजय माल्या को भारत लाने में लगी है। विजय माल्या को लेकर ईडी और सीबीआई जैसी जांच ऐजेंसियां जांच में जुटी हैं इन एजेंसियों ने जांच के दौरान यह पाया है कि विजय माल्या ने बैंक से जो कर्ज लिया था। उसका कुछ भाग कई कंपनियों में लगाया गया है।
ये कंपनियां विदेशों में हैं। एक प्रमुख अंग्रेजी दैनिक ने इस बारे में प्रकाशन किया और उसमें यह दर्शाया गया था कि माल्या का रूपया ऐसी कई कंपनियों में लगा है जो कि विदेशों में हैं। ये कंपनियां नीदरलैंड, यूके, दक्षिण अफ्रीका, चीन और नेपाल की बताई जा रही हैं।
ईडी और सीबीआई ने जांच के दौरान यह भी पाया कि माल्या दुनिया के विभिन्न देशों में विभिन्न प्रकार की अचल संपत्तियों के आॅनर हैं। अब इस मामले में जांच प्रारंभ हो गई है। अब माल्या के मामले में ऐसी कंपनियों को लेकर जांच की जा रही है। यही नहीं विदेशों में मौजूद उनकी संपत्तियों को लेकर भी जानकारी जुटाई जा रही है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार करीब 6 देशों में फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट ने ऐसी कंपनियों को लेकर जानकारी निकाली गइ्र है। ईडी, सीबीआई और आयकर विभाग के साथ इंटेलिजेंस यूनिट अहम जानकारियां साझा करने में लगी हैं। उल्लेखनीय है कि ब्रिटिश उच्चायोग को माल्या के प्रत्यर्पण के लिए पत्र भी लिखा जा चुका है। मगर अभी तक माल्या को भारत नहीं लाया गया है।