गर्भधारण के समय स्त्री को सामान्य स्त्री की तुलाना में अधिक सन्तुलित और पौष्टिक आहार की आवश्यकता होती है और जितना पोष्टिक आहार स्त्री गर्भवस्था के दौरान लेगी बच्चे को भी उतना ही अधिक पोषण गर्भ में मिलेगा और एक स्वस्थ शिशु आपको मिलेगा. गर्भवती स्त्री को एैसा सन्तुलित आहार मिलना चाहिए जिसमें भरपूर मात्र में खनिज, कैल्श्यिम, फाॅस्फोरस, प्रोटीन, लोहा और वीटामिन डी हो. इन तत्वों से गर्भ में पल रहे शिशु के शरीर निर्माण तथा स्वास्थ सुरक्षा सही तरह से हो पाती है. आइये अब आपको बताते हैं गर्भवती स्त्री को कौन कौन से स्वास्थय रक्षक आहार ग्रहण करना चाहिए.
1. प्रोटीन:
प्रोटीन से कोशिकाओं की वृद्धि और विकास होता है इसलिए प्रोटीन अति आवश्यक है. दूध, पनीर, सूखे मेवे और दालें आदि को अपने भोजन के थाली में इस्तेमाल करें और यदि आप मांसाहारी है तो अण्डा, मांस का सेवन भी कर सकती हैं. गर्भावस्था में मक्खन, आलू, रोटी, चावल का सेवन करती रहें इससे आपको प्रयाप्त मात्रा में कार्बोहाइड्रेट्स मिलेगा जो मां और शिशु दोनों के लिए लाभदायक है.
2. सब्जी व पानी:
तरल या पेय पदार्थ गर्भवती महिला को अधिक करना चाहिए ताकी शरीर में पानी की प्रयाप्त मात्रा बनी रहे तथा कब्ज से बचने के लिए आटे की भूसी और रेसेदार सब्जियों जैसे बन्द गोभी, पकाई हुई मटर, कच्चा प्याज, टमाटर, कच्ची गाजर, पका हुआ पालक आदि का सेवन उचित मात्र में करती रहें.
3. ताजे फल:
गर्भवती महिला फलों का सेवन भी प्रयाप्त मात्रा में करती रहें. फलों में जैसे अंगूर, केला, सेब, सन्तरे का रस, बड़ा आडू, सूखी बड़ी अंजीर, चकोतरा आदि तथा नट्स में बादाम की गिरी, अखरोट, किशमिश अदि का सेवन करें गर्भवती स्त्री को रात में कम से कम 8 घंटे की निंद्रा जरुरी है और भोजन के बाद कम से कम दो घंटे का विश्राम आवश्यक है गर्भवस्था में शिशु का सही विकास के लिए गर्भवती मां की जिम्मेदारी अधिक होती है इसलिए समय पर खान-पान का ध्यान अवश्य रखें. उपरोक्त उपायों को अपनाने से गर्भवती महिला स्वस्थ और निरोग रह सकती है. एक बात ध्यान में जरूर रखें की कुछ भी उपाय अपनाने से पहले अपने डाॅक्टर से सलह जरूर लें.