नई दिल्ली : बुधवार को दिल्ली में 13 संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस का कहना है कि जिन आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है, वो हिंडन एयरबेस और शॉपिंग मॉल्स में हमले की फिराक में थे। हिरासत में लिए गए आतंकियों में से एक साजिद ने पुलिस को बताया कि वो जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े एक ग्रुप का सरगना है।
वह डांसर बनना चाहता था, उसने एक रियलिटी शो के लिए ऑडिशन भी दिया था। उसे पूरी उम्मीद थी कि उसका चयन हो जाएगा। वो पार्क में डांस की प्रैक्टिस कर रहा था, तभी उसके पास एक मौलाना आया और उसने म्यूजिक बंद कर दिया। मौलाना ने कहा कि यह डांस और म्यूजिक तुम्हें नरक में ले जाएगा।
जब कि तुम्हारी जिंदगी का असली मकसद जन्नत में जाना है। साजिद ने बताया कि कुछ मुलाकातों के बाद वह मौलाना से प्रभावित हो गया। उसने मुझे कुछ वेबसाइट्स के नाम बताए। मैं उन्हें सर्च करने लगा। ज्यादातर वक्त साइबर कैफेज में बीतने लगा।
साजिद ने बताया कि जिन वेबसाइट्स के नाम मौलाना ने बताए थे, उन पर भड़काउ कंटेंट था। साजिद इस जाल में फंस गया और कुछ ही महीनों में कट्टरपंथी बन गया। उसके मुताबिक वह सिर्फ जिहाद पर फोकस कर रहा था। साजिद ने बताया कि एक वेबसाइट पर उसने अपना नंबर छोड़ा।
कई दिनों के इंतजार के बाद जवाब आया। उससे कहा गया कि वो अपने जैसे सोच वाले लोगों का ग्रुप बनाए। इसके बाद उसकी मुलाकात देवबंद के शाकिर और इमरान से हुआ। इसके बाद एक व्हाट्स ग्रुप बनाया गया, जिसमें 50 मेंबर थे। साजिद के अनुसार, उस ग्रुप का एडमिन ताल्हा था, जो जैश प्रमुख मसूद अजहर का बेटा है।
इसी ग्रुप पर साजिद ने आईईडी बनाना भी सीखा। साजिद और ग्रुप के बाकी मेंबर्स मीटिंग्स भी करते थे। ऐसी ही एक मीटिंग दिल्ली के गोकुलपुरी में 2015 में हुई। इसमें एक वीडियो दिखाया गया। वीडियो में मुसलमानों पर कथित टॉर्चर को दिखाया गया था।
आतंकी हिंडन एयरबेस पर हमले की प्लानिंग कर रहे थे। हिंडन एयरफोर्स एशिया का सबसे बड़ा और दुनिया का आठंवा सबसे बड़ा एयरबेस है। पठानकोट अटैक के बाद से चारों ओर तारों की फेंसिंग की गई है।