त्रिपोली : सीरिया, लीबिया और इराक में पांव पसार चुका सबसे खूखार आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (IS) अब बच्चों को भी अपने गुट में शामिल करने की तालीम दे रहा है. लीबिया के उत्तरी शहर डेर्ना में आतंकियों ने एक सैनिक का सिर कलम किया. इस दौरान भीड़ में मौजूद बच्चों को सिर कलम करने का तरीका बताया गया. बच्चों की उम्र आठ साल से ज्यादा नहीं थी. इस्लामिक स्टेट ने बच्चों के सामने सिर कलम करने का उद्देश्य शिक्षा बताया. उसने कहा है कि बच्चों को इस भयावह दृश्य को देखने की इजाजत दी गई थी, ताकि वह भी सजा देने के तरीके सीखें. यह तस्वीरें ISIS की लोकल टेरर सेल "विलायत बार्का" ने जारी की हैं. गौरतबल है कि डेर्ना शहर पर बीते साल अक्टूबर में आईएस ने कब्जा कर लिया था.
काफिर बताकर दी मौत की सजा -
डेर्ना में स्थानीय मस्जिद के बाहर आईएस ने लीबियाई सरकार के सैनिक अब्दुलनबी शुरागावी पर काफिर होने का आरोप लगाकर सिर कलम किया. सजा के दौरान वह नारंगी रंग का जम्पसूट पहने था. शुरागावी टोब्रुक में विद्रोहियों के खिलाफ लड़ रहा था. उसे बीते सप्ताह ही आतंकियों ने बंधक बनाया था. एक तस्वीर में सजा के दौरान मस्जिद के मुख्य दरवाजे के बाहर काला मास्क पहने हुए आईएस आतंकी खड़े हुए थे. शुरागावी घुटने के बल बैठा हुआ था और उसके हाथ पीछे से बंधे हुए थे. एक तस्वीर में आतंकी बच्चों के साथ हाथ में कटा हुआ सिर लेकर दिखा रहा है. तस्वीर में बच्चों के चेहरे पर किसी भी तरह की शिकन दिखाई नहीं दे रही है.