घी, मक्खन, तले हुए पदार्थ, आइसक्रीम और मांस का सेवन बहुत सीमित रखना चाहिए। अधिक फैटी व स्पाइसी व्यंजन फ़ूड से बॉडी में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा अधिक बढ़ती है, जिससे धमनियों में कड़ेपन से रिलेटेड एथेरोस्क्लीरोसिस नामक रोग हो जाता है। हार्ट डिजीज , हाई बीपी और पेरेलिसिस की संभावना भी बढ़ जाती है। प्रतिदिन 5 चम्मच से अधिक फैट या तेल का सेवन नहीं करना चाहिए। फाइबर युक्त सब्जियां और फ्रूटस आंतों में फैट को सोखने में बाधा डालते हैं।
इसलिए शरीर में फैट जमा नहीं हो पाती। रेशेदार भोजन के सेवन से दिल के रोग की संभावना कम हो जाती है। दिन में पांच से छह बार सब्जियों और फलों का सेवन करना चाहिए। प्रतिदिन चार से पांच बार अनाज, रोटी और ब्राउन ब्रेड का सेवन करना चाहिए। कम नमक के सेवन से हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट डिजीज का खतरा कम हो जाता है। नमक का 3 ग्राम से अधिक सेवन न करें।
प्रतिदिन लगभग 30 मिनट तक टहलना जरूरी है। टहलना जीवन-शैली का प्रमुख आधार है और इससे शरीर निरोगी रहता है। मानसिक तनाव न ले तो बेहतर होगा क्योंकि इसके साथ बहुत से तन व मन के रोग जुड़ जाते हैं। इसलिए अपनी लाइफस्टाइल नियंत्रित करने के लिए संगीत, बागवानी, चित्रकारी व पुस्तक पढऩे का शौक पालें और अपनी सोच को सकारात्मक रखें।