नई दिल्ली: बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह ने पहले ही बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियो पर लगाम कसने के लिये कोर ग्रुप को संस्थागत रूप देकर अधिकार संपन्न बना दिया है वहीं अब उन नेताओं को भी यह फरमान सुना दिया है जो राज्यसभा के सांसद है।
ऐसे बीजेपी नेताओं से कहा गया है की वे उन लोकसभा की एक-एक सीटों को गोद लेकर मजबूत बनायें, जो पार्टी ने हारी है। पार्टी सूत्रों की यदि माने तो शाह के टारगेट पर ऐसे बीजेपी राज्यसभा सदस्य है, जो दो से तीन बार बीजेपी के दम पर राज्यसभा में गये है। इन्हें लोकसभा की सीटों को गोद लेने के पीछे यही मंशा है, कि अब राज्यसभा का टिकट लेने का ख्वाब ये छोड़ दे।
हालांकि पीएम मोदी का कहना है कि जो बीजेपी नेता राज्यसभा में है, वे भी इस कार्य से जमीनी राजनीति से जुड़ सकेंगे। लेकिन अब बीजेपी के राज्यसभा सांसदों ने शाह के इस निर्णय का विरोध शुरू कर दिया है। हालांकि अभी किसी ने खुलकर शाह के नये फरमान का विरोध नहीं किया है, लेकिन समझा जा रहा है कि बीजेपी अध्यक्ष अब नये लोगों को राज्यसभा में जाने का अवसर देना चाहती है।