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जम्मू कश्मीर : जम्मू कश्मीर राज्य में अलगाववादी नेता मसरत आलम को गिरफ्तार किए जाने के बाद अलगाववादियों ने जहां कानून अपने हाथ में ले लिया है वहीं पुलिस और प्रशासन को विरोध प्रदर्शनों का सामना भी करना पड़ रहा है।
जहां मसरत आलम की गिरफ्तारी को लेकर अलगाववादियों ने पुलिस और सुरक्षाबलों पर पथराव किया जवाब में सुरक्षा बलों ने गोलियां चलाई। गोलियां चलने से एक युवक की मौत हो गई।
युवक की मौत के बाद सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश ने अपना विरोध जताया और युवक के परिजन से मिलने जाने लगे। प्रदर्शन कर रहे स्वामी जी को पुलिस ने पकड़़ लिया। दूसरी ओर सुरक्षाबलों और पुलिसकर्मियों की कार्रवाई के विरूद्ध उग्र प्रदर्शन करने वाले अलगाववादियों में यासिन मलिक को भी पकड़ लिया गया।
यासिन के साथ उनके समर्थकों को भी पकड़ा गया। दरअसल सारा मामला मसरत आलम द्वारा अपने समर्थकों के साथ घाटी में पाकिस्तान समर्थित नारे लगाने और मोस्टवांटेड आतंकी हाफिज़ सईद का पैगाम देते हुए कश्मीर मसले पर विवादित टिप्पणी करने के बाद लोगों की भावनाऐं भड़क उठीं। जिसके बाद मसरत को नज़रबंद कर दिया गया।
इसके अलगे दिन फिर से विवादित बयान सामने आने पर मसरत को गिरफ्तार कर लिया गया।
कहा जा रहा है कि मसरत आलम की गिरफ्तारी से पाकिस्तान में बैठे उसके आका बौखला गए हैं। बताया जा रहा है कि मसरत की गिरफ्तारी पर आतंकी हाफिज सईद ने भारत में फिर से हमले की धमकी दी है। हाफिज ने अपनी धमकी में कहा कि मसरत उसका मोहरा है और वह कश्मीर लेकर रहेगा। मसरत के जेल चले जाने के बाद उसने भारत में हमले की धमकी दी।
हाल ही में हाफिज का एक इंटरव्यू और बयान समाचार चैनलों पर सार्वजनिक किया गया है। उल्लेखनीय है कि हाफिज पर पाकिस्तान ने विभिन्न मामलों में प्रकरण दर्ज कर उसे गिरफ्तार करने की बात कही थी मगर अब उसे टीवी चैनलों पर पाकिस्तान में खूले घूमते हुए बताया गया है।