नई दिल्ली : लोकसभा में सांसदों ने जम्मू-कश्मीर के बिगड़ते हालातों पर चिंता जताई। इस दौरान सांसदों ने वहां पर शांति बहाली की उम्मीद जताई है। सांसदों का कहना है कि इसके लिए युवाओं में विश्वास कायम हो ऐसा प्रयास किया जाए। सांसदों ने राज्य में शांति बहाली का संकल्प भी लिया। प्रस्ताव पढ़ते हुए अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा, कि सदन का दृढ और सुविचारित दृष्टिकोण है कि एकता, अखंडता और राष्ट्र की सुरक्षा से किसी तरह का समझौता नहीं किया जा सकता है।
इस तरह के प्रस्ताव में यह कहा गया कि यह सभी एक समानतौर पर आवश्यक है। लोगों का कष्ट दूर करने के लिए शांति और कानून व्यवस्था बहाल करने के लिए कदम उठाने की आवश्यकता है। जम्मू और कश्मीर में सामान्य स्थिति और सामंजस्य की बहाली हेतु राज्य और भारत के विभिन्न वर्गों के लोगों से काम करने की अपील भी की गई। ऐसे में आम लोगों और विशेषतौर पर युवाओं में विश्वास बहाल करने का संकल्प भी लिया गया।
कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि जम्मू और कश्मीर में अशांति के चलते प्रस्ताव लाना होगा। कांग्रेस नेता को उत्तर देते हुए केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सप्ताह के प्रारंभ में प्रस्ताव पारित कर दिया गया था। इस तरह का प्रस्ताव निचले सदन में पारित करने हेतु सरकार अधिक दिलचस्पी ले रही है। कांग्रेस नेता को उत्तर देते हुए केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह द्वारा कहा गया सप्ताह के प्रारंभ में उच्च सदन द्वारा इस आशय का प्रस्ताव पारित कर दिया गया था।
इस तरह का प्रस्ताव निचले सदन में पारित करने हेतु सरकार अधिक इच्छुक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी दूसरे वरिष्ठ सदस्यों के मध्य उपस्थित थे। कश्मीर में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में 8 हुलाई को आतंकी बुराहान वानी का एनकाउंटर हो गया था।
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