सुख और शांति ऐसी वस्तु है जिनको निश्चित ही प्रत्येक मनुष्य प्राप्त करना चाहता है और इस हेतु वह कुछ भी देने के लिए तैयार हो जाता है. परंतु मन की पूर्ण शांति उसे फिर भी प्राप्त नहीं होती है.
1-रोज सुबह अपने घर के मटकें मे जिसमें पानी रखते है उसमें पानी ताजा भरे और कुछ बूदें गंगा जल की मिला दें.
2-प्रातः 1 घण्टे व शाम दीपक के समय , 1घण्टे गायत्री मंत्र की कैसेट घर मे चलाए वातावरण अत्यंत शुद्ध हो जाएगा .
3-सुबह जल्दी उठे और स्नान करने से पूर्व अपनी नाभी पर सुगन्धित तेल लगाए.
4-रोज प्रातः स्नानादि से निवृत होकर एक ताबे के पात्र मे ताजा जल लें, उसमे 7 तुलसी के पत्ते डालकर भगवान् विष्णु की मूर्ति या तस्वीर के सम्मूख रखें और 11 बार ओम् नमो भगवते वासुदेवाय का मंत्र पढे फिर वह जल पत्ते सहित पुरे परिवार को पीने के लिए दे.
5-रोज तीन रोटी अलग से रखे, एक गाय के लिए, एक कूत्ते के लिए तथा एक के छोटे-छोटे दानें बनाकर चिडियों को या कौओं को डालें.
6-घर मे पुजा के स्थान पर एक अखण्ड दीपक जलाए और उसे बुझने न दें. असमे समय घी तथा बाती डालते रहें