नई दिल्ली : स्टार इंडिया प्राइवटे लिमिटेड की सहायक हॉटस्टार डॉट कॉम द्वारा नियमो का उल्लंघन करते हुए ऐसी सामग्री परोसी जा रही है जो सॉफ्ट पोर्नोग्राफी के अन्तर्गत आती है. इसलिए दिल्ली उच्चन्यायालय को शिकायत की गयी है. न्यायालय ने केंद्र से कहा है कि वह इन आरोपों की जांच करे की संचालित वेबसाइट से सॉफ्ट पोर्नोग्राफी समेत आपत्तिजनक सामग्री डाउनलोड करने के लिए उपलब्ध कराई जा रही है की नहीं और अगर ऐसा हो रहा है तो वह उपयुक्त कार्रवाई करे.
यह दावा किया गया कि कंपनी का नियमन मंत्रालय द्वारा नहीं किया जा रहा है और वेबसाइट पर प्रदान की जा रही सामग्री बिना सेंसर के और उनके नियंत्रण के बिना है. इन दो कंपनियों के अलावा अदालत ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय और संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय से भी आईपीटीवी प्लेटफॉर्म वेबसाइट हॉटस्टार डॉटकॉम पर प्रदान की जा रही सामग्री का कथित तौर पर नियमन नहीं करने के लिए जवाब मांगा है.
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