भारत-श्रीलंका टेस्ट मैच में मोहम्मद शमी की गेंद पर मैदानी अम्पायर ने दिलरुवान परेरा को एलबीडबल्यू आउट दिया था और पविलियन की ओर जाने लगे थे. लेकिन थोड़ी देर बाद उन्होंने रेफरल लेने का निर्णय लिया था. इस घटना के बाद उन पर ड्रेसिंग रूम से मदद लेने के सवाल खड़े हो गए थे. रविवार को एसएलसी ने इस विवाद का खुलासा किया है.
उल्लेखनीय है कि रविवार को श्री लंका क्रिकेट (एसएलसी) ने कहा कि ''जैसा कि माना जा रहा है उसके विपरीत रेफरल के लिए ड्रेसिंग रूम से किसी तरह का संदेश नहीं गया था. दिलरुवान परेरा को लगा कि श्री लंका के रेफरल खत्म हो गए हैं और इसलिए उन्होंने क्रीज छोड़ दी लेकिन तभी उन्होंने सुना कि रंगना हेराथ मैदानी अंपायर नाइजल लांग से पूछ रहे हैं क्या श्री लंका का कोई रिव्यू बचा हुआ है जिसका लांग ने हां में जवाब दिया. इसके बाद दिलरुवान ने रिव्यू के लिए आग्रह किया.''
एसएलसी ने बताया कि ''हम यह बताना चाहते हैं कि श्री लंका का प्रत्येक खिलाड़ी और अधिकारी न सिर्फ आईसीसी के नियमों को पूरी तरह से सम्मान करता है बल्कि पूरी खेल भावना से क्रिकेट खेलता है.''
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