शंखपुष्पी को एक औषधि के सामान ही माना गया है। इसके फूल सफ़ेद रंग के होते हैं जो भारत की पथरीली भूमि में पाए जाते है। आयुर्वेद में इसे हर तरह के इलाज के लिए रामबाण समझा गया है। डॉक्टर्स ने भी ये बात मानी है।
* आयुर्वेद में यह याद रखने की शक्ति को बढ़ता है और मानसिक दुर्बलता को भी कम करता है।
* अगर आपमें दिमागी कमजोरी,मानिकस रोग, भ्रम जैसी शिकायत है तो इसका चूर्ण 1-1 चम्मच सुबह-शाम मीठे दूध के साथ के साथ सेवन करने से इन सब रोगों से छुटकारा मिलता है।
* फ्रेश शंखपुष्पी के पंचांग जड, फल, फूल, तना, पत्ते का रस 4 चम्मच शहद के साथ सुबह-शाम रोजाना सेवन करने से कुछ महीनों में मिर्गी का रोग दूर हो जाता है।
* बुखार में शंखपुष्पी के पंचांग को मिला कर पीस लें। एक एक चम्मच दिन में दो तीन बार लेने से बुखार ठीक होता है साथ ही मानसिक रोग भी खत्म होता है।
* शंखपुष्पी उच्च रक्तचाप को घटाकर उसे सामान्य करता है। तनाव या अनिद्राजन्य उच्च रक्तचाप जैसी परिस्थितियों में शंखपुष्पी बहुत ही लाभकारी है।