जाने क्या है खुद से चलने वाला कंप्यूटर
जाने क्या है खुद से चलने वाला कंप्यूटर
Share:

ऑटोनोमिक कम्प्यूटिंग एक ऐसी प्रक्रिया होती है जो यूजर के इनपुट देने का इंतजार नही करती है। ऑटोनोमिक कंप्यूटर की दुनिया मे एक बहुत ही अच्छी प्रक्रिया है। जिस तरह आपका नर्वस सिस्टम काम करता है यह प्रक्रिया भी वैसे ही काम करती है। अभी ऑटोनोमिक कम्प्यूटिंग आया नही है इस पर काम अभी जारी है और ज्यादा काम हो भी चुका है बहुत जल्दी ही आने वाला है। कंप्यूटर की दुनिया मे हर रोज कुछ ना कुछ नया होता ही रहता है।

जानते है ऑटोनोमिक कम्प्यूटिंग के बारे मे
ऑटोनोमिक कम्प्यूटिंग एक सेल्फ मैनेजिंग मॉडल है। ऑटोनोमिक नाम से ही पता चल रहा है की जो भी एप्लिकेशन होती है उन्हे ये खुद ही मेनेज करने का काम करता है। ऑटोनोमिक मे यूजर को कोई भी इनपुट नही देना पड़ता है। कंप्यूटर मे जब यूजर इनपुट देता है तब ही काम होता है। लेकिन ऑटोनोमिक मे ऐसा कुछ नही होता है। ऑटोनोमिक कम्प्यूटिंग का मकसत ही यही है की कंप्यूटर अपनी एप्लिकेशन खुद ही रन कर ले और जो बड़े बड़े काम है वो भी कर ले उसे किसी के इनपुट का इंतजार ना करना पड़े। ऑटोनोमिक कम्प्यूटिंग को बनाने के लिये हमारे नर्वस सिस्टम का बहुत बड़ा योगदान माना जाता है। जैसे हमारा नर्वस सिस्टम हमारे शरीर के ऑर्गन को कंट्रोल करता है वैसे ही यह ऑटोनोमिक कम्प्यूटिंग भी काम करता है। ऑटोनोमिक कम्प्यूटिंग मे व्यक्ति कोई भी हेर फेर नही कर सकता है। ऑटोनोमिक कम्प्यूटिंग के अलावा इसे सेल्फ मैनेज्ड कंप्यूटर के नाम से जाना जाता है।

कंप्यूटर का उपयोग और ज्यादा बढ़ाने के लिये ही ऑटोनोमिक कम्प्यूटिंग को बनाया गया है। कंप्यूटर की कठिनाई को कम करने के लिये अच्छी व्यवस्था की गई है। ऑटोनोमिक कम्प्यूटिंग को आप AI से भी जोड़ सकते है AI मतलब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस। इस बात पर बहस चल रही है कि ऑटोनोमिक कंप्यूटिंग आने के बाद आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस हट जाएगी। वैसे ऐसा हो तो नही सकता है। लेकिन हाँ ऐसा जरूर हो सकता है कि एआई की अच्छी तकनीक का इस्तेमाल करके ऑटोनोमिक कम्प्यूटिंग को और अच्छे से बना सकते है। एआई के नए नए आइडिया इस्तेमाल कर सकते है। मानव के ऊपर निर्भर नही रहने पर ऑटोनोमिक कम्प्यूटिंग की कास्ट कम हो जायेगी। जो कठिन समस्या होती है उसे भी आसानी से हल कर पाएंगे जो सीपीयू सबसे अलग है उसकी पावर का भी आप भरपूर उपयोग कर सकते है। ऑटोनोमिक कम्प्यूटिंग से हमारे सिस्टम की सिक्योरिटी भी बढ़ेगी। नेटवर्क और सिस्टम मे हेर फेर होता है ऑटोनोमिक कम्प्यूटिंग के बाद ये भी कम हो जाएगा।

जो आईटी प्रोफेशनल है उन्हे तो ऑटोनोमिक कंप्यूटिंग आने के बाद बहुत फायदा होगा। नेटवर्क और सिस्टम जब ऑटोमेटिक हो जाएंगे तो उनके कंफिगरेशन, सिक्योरिटी, मेंटेनेंस आदि को लेकर आपको कोई टेंशन नही होगा।ऑटोनोमिक कम्प्यूटिंग को बनाने के लिये बहुत बड़ी कंपनिया काम कर रही है जैसे एचपी, आईबीएम, माइक्रोसॉफ्ट। इस प्रोग्राम को बनाने का आधा काम तो हो चुका है और उस काम मे सफलता भी मिली है। आईबीएम सेल्फ मैनेजिंग सर्वर पर काम कर रही है।

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -