कई बार यह होता है की लोगों को नींद में भयानक चीजें दिखाईं देतीं हैं। उन्हे डरावने सपने आते है और उसकी निद्रा टूट जाती है। वे परेशान से हो जाते है। इन सपनों की प्रतिक्रिया कुछ इस तरह से होती है।
सपने में कई बार व्यक्ति को कोई रोता हुआ बच्चा, भटकती आत्मा, भैस , कंकाल, अस्त्र-शस्त्र, जंगली जानवर आदि दिखाई देते है। पर आप इन सपनों से मत घबराएँ। इन सपनों के न आने के लिए कुछ निदान भी होते है। जिनके प्रयोग से आप अच्छी नींद के साथ रात्रि बिता सकते है।
यदि आप इन उपायों को आजमाते है. तो अवश्य रूप से आपको आने वाले ये डरावने और भयानक सपने दूर हो सकते है। यदि आपको सपने में आत्मा, कंकाल, अस्थियां जैसी अन्य चीजें दिखाई दें तो सर्वप्रथम आप जिस घर में रहते हैं. वहां दुर्गापाठ का आयोजन रखें। और विधि विधान से माँ दुर्गा की आराधना करें.
यदि आप कर सकते है तो माँ दुर्गा के 51 पाठ करें और यदि न कर पा रहे हो तो किसी ब्रह्मण के द्वारा कम से कम 51 या 101 पाठ जरूर करवाएँ । इससे इस तरह के सपने आना दूर हो जाएंगे।
यदि आप प्रत्येक दिन नित्य नियम से सुंदरकांड या हनुमान चलीसा का पाठ करते है तो भी आपके इस डर के साथ साथ जीवन की अनेकों समस्या दूर हो सकती है ।
आपको चाहिए की आप सोते वक्त तकिए के नीचे या शयन कक्ष में अपने दाहिने हाथ की ओर पानी से भरा तांबे का छोटा पात्र रखें। और अपनी रसोई के आग्नेय कोण की ओर रात्रि के समय तेल का दीपक जला दें. और इस दीपक में सिंदूर डाल दें। दीपक की लौ समाप्त होने के पश्चात उस डाले गये सिंदूर का हल्का तिलक लगाएं।
यदि आपको सपने में नदी, झरना, पानी दिखाई दे तो यह पितृ दोष माना गया है। क्योंकि पितरों के लिए स्थान नदियों व तालाबों के समीप ही बने होते हैं। इस दोष निवारण के लिए अमावस्या के दिन सफेद चावल, शक्कर व घी का मिश्रण पीपल के पेड़ पर सूर्यास्त के बाद चढ़ाएं। इस बात का विशेष ध्यान दें कि जब आप चावल चढ़ाकर लौट रहे हो तो उस समय पीछे मुढ़कर न देखें और घर में प्रवेश करने के पूर्व हाथ-पैर धोकर ही प्रवेश करें।
यदि आप सोते वक्त भगवान का स्मर्ण करते है. तो भी आपको शांति के साथ अच्छी निद्रा आएगी और आपका जीवन सुख के साथ व्यतीत होगा ।