लाहौर : पाकिस्तान ने इस बात को स्वीकार किया है कि पठानकोट के वायुसेना हवाई अड्डे पर हमला करने आए आतंकियों ने बहावलपुर में मौजूद जैश-ए-मोहम्मद के हेडक्वार्टर्स पर फोन किया। इस दौरान यह भी कहा गया कि हमले के बाद भारत ने ये नंबर पाकिस्तान को सौंप दिए थे। पाकिस्तान के अधिकारियों के अनुसार आतंकियों के करीब 9 नंबर थे। जो कि उन्होंने बंद कर दिए हैं। जिसके कारण उनकी तलाश में मुश्किल आ रही है।
दूसरी ओर आतंकियों की तलाश में पाकिस्तान के पंजाब राज्य के 4 शहरों में छापामार कार्रवाई की जा रही है। इस कार्रवाई में सियालकोट, गुजरांवाला, झेलम और दीना शहर को सम्मिलित किया गया है। हालांकि पाकिस्तान में कुछ संदिग्धों को पकड़ लिया गया है।
पाकिस्तान के गृहमंत्री चैधरी निसार अली खान ने इस मामले में कहा है कि भारत ने मोबाईल नंबर दिए हैं उनकी जांच होगी। दरअसल पाकिस्तान हमलावरों के संपर्क में रहने वालों को तलाश रहा है। सरताज अजीज ने कहा कि पठानकोट हमले में जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मौलाना मसूद अजहर प्रोटेक्टिव को पकड़ लिया गया है।
सरताज अजीज ने इस तरह के आरोप को खारिज कर दिया था जिसमें यह कहा गया था कि पाकिस्तान के माध्यम से पठानकोट के हमले को लेकर किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गई है। हालांकि पाकिस्तान की ओर से मसूद अजहर को पकड़े जाने को लेकर कहा गया कि मसूद को हिरासत में लेने के बाद किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गई है। पाकिस्तान द्वारा एफआईआर दर्ज की गई थी मगर इसमें आतंकी मसूद का नाम नहीं था। मगर इस मामले में अजीज ने कहा कि वह एफआईआर प्रारंभिक स्तर पर थी जिसमें उसका नाम नहीं था।