Jul 06 2016 12:22 PM
नई दिल्ली : बीजेपी इस कोशिश में जुटी है कि पार्टी को युवा पार्टी बनाई जाए। इसके लिए 75 फॉर्मूला अपनाया गया है। पहले मध्य प्रदेश में और अब केंद्र में। उम्र का 75वीं पड़ाव पार कर चुके मंत्रियों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है। इसे देखते हुए पीएम नरेंद्र मोदी की वो बात याद आती है, जब उन्होने खुद कहा था कि अब देश आजादी के बाद पैदा होने वाले लोग चलाएंगे।
शायद इसे ही ध्यान में रखते हुए बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं जैसे लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी को पार्टी से अलग-थलग किया गया। एमपी में जब 75 साल की उम्र पार कर लेने के कारण सरताज सिंह को हटाया गया तो वो बगावत पर उतर आए। केंद्रीय मंत्रिमंडल विस्तार में उम्र की सीमा के बंधन को तरजीह नहीं देने से सरताज सिंह नाराज है।
उनका आरोप है कि पार्टी दोहरा रवैया अपना रही है। 30 जून को जब शिवराज सरकार ने कैबिनेट में फेरबदल किया तो सरताज सिंह को और बाबूलाल गौर ने इस्तीफा दे दिया था। मंगलवार को जब केंद्रीय कैबिनेट में विस्तार किया गया तो 75 वर्ष से ज्यादा की उम्र के नजमा हेपतुल्ला और कलराज मिश्र की कुर्सी सुरक्षित रही।
हिंदी न्यूज़ - https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml
इंग्लिश न्यूज़ - https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml
फोटो - https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml
© 2024 News Track Live - ALL RIGHTS RESERVED