ब्रिटेन : ब्रिटेन के विदेश मंत्री फिलिप हेमंड ने भारत और पाकिस्तान से निवेदन किया है कि वे गैर राजकीय लोगों और दबाव समूहों को शांति प्रक्रिया को पटरी से उतरने की अनुमति नहीं देते हैं। हेमंड और पाकिस्तान के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज द्वारा इस मामले में बयान दिया गया है और कहा गया है कि दोनों देशों के मध्य वार्ता प्रारंभ करने हेतु कश्मीर के मामले का हल किसी भी पूर्व शर्त पर नहीं निकाला जा सकता है। ब्रिटिश विदेश मंत्री द्वारा पाकिस्तान को सलाह देते हुए कहा गया कि वे 2 जनवरी को भारत के पठानकोट स्थित वायुसेना अड्डे पर हमले की जांच में तेजी लाए।
इस तरह के हमले में भारत ने पाकिस्तानी आतंकी संगठन का हाथ होने का आरोप लगाया गया है। उनका कहना था कि वे पाकिस्तान की प्रतिबद्धता का स्वागत करते हैं जिसके कारण लोगों द्वारा उम्मीद की जाती है कि वे इस तरह की जांच को आगे बढ़ाऐंगे। हेमंड द्वारा आतंकवाद के विरूद्ध लड़ाई में पाकिस्तान की भूमिका की प्रशंसा की गई। ब्रिटेन इस लड़ाई में उसका समर्थन जारी रखेगा।
उनका कहना था कि आतंकवाद के विरूद्ध लड़ाई में पाकिस्तान के प्रयास को वे सलाम करते हैं। पाकिस्तान आतंकवाद से पीडि़त है। इसका खतरा वह झेल रहा है। इससे वे लोग उनके साथ मिलकर कार्य करना चाहते हैं। ब्रिटेन और पाकिस्तान सदैव ही आतंकवाद के विरूद्ध लड़ाई में एक दूसरे का सहयोग करने में लगे हैं।