देश में रेडी टू ईट उत्पादों की लोकप्रियता लगातार बढ़ते ही जा रही है. और इसके साथ ही यह भी देखने में आ रहा है कि इसका बाजार भी दिन-ब-दिन बढ़ रहा है. मामले में हुए एक सर्वे में यह बात सामने आई है कि यदि ऐसा ही आलम देखने को मिला तो वर्ष 2017 तक देश का डिब्बाबंद खाद्य बाजार करीब 50 अरब डॉलर का हो जाएगा. जबकि आज की बात करें तो यह मात्र 32 अरब डॉलर के स्तर पर है.
इस मामले में उद्योग संगठन ऐसोचैम ने बताया है कि महानगरों में खाने को लेकर बहुत बदलाव देखने को मिल रहा है. गौरतलब है कि देश में आज सुविधाएँ बढ़ती ही जा रही है और इस कारण ही जीवन शैली में भी अनोखा बदलाव हो रहा है. इसके तहत देश में हर वर्ग खाने को लेकर बाहरी खाने पर निर्भर होता जा रहा है.
आज के दौर में अक्सर बाहर खाना खाने को प्राथमिकता दी जा रही है जिस कारण यह बाजार बढ़ता ही जा रहा है. लोगों के इस रुझान को देखते हुए ही कई नई कंपनियां भी है जो इस तरफ अपने कदम बढ़ा रही है. रिपोर्ट में ही यह बात भी सामने आई है कि शहरों का डिब्बाबंद खाद्य पदार्थों में योगदान करीब 80 फीसदी बना हुआ है.