रायपुर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तर्ज पर अब छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह ने प्रदेश की जनता से रेडियो पर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने आकाशवाणी के माध्यम से जनता को संबोधित किया। मुख्यमंत्री रमन सिंह गोठ नामक कार्यक्रम में करीब पंद्रह मिनट तक जनता के साथ बने रहे। इस दौरान खेती, शिक्षा और तीज-त्यौहार को लेकर लोगों से चर्चा की गई। डाॅ. रमन सिंह ने प्रति माह प्रदेश की जनता से चर्चा की।
मिली जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री एक वार्ता कार्यक्रम गोठ में जनता से मुखातिब हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि वे स्वयं ही एक किसान परिवार से हैं। उन्हें पता है कि बारिश नहीं होने के कारण किसान परेशान रहते हैं। यह परेशानी वे अच्छी तरह से समझ सकते हैं। किसानों को आश्वासन देते हुए उन्होंने कहा कि सिंचाई के लिए सरकार की ओर से हर तरह की सहायता मिल सकेगी।
सरकारी साधन, निजी पंप का उपयोग करने की बात और जल संसाधन विभाग के साथ ऊर्जा विभाग को भी निर्देशित किया गया है। मामले में कहा गया कि कम बारिश के कारण सूखे जैसी स्थिति होती है और इस कारण किसानों को भविष्य की चिंता सता रही है। मगर रोजगार के लिए किसानों को पलायन न करना पड़े और गांव में रहते हुए उन्हें रोजगार मिल सके इसे लेकर भी तैयारी की जा रही है।
रेडियो संवाद के दौरान उन्होंने पोला उत्सव को लेकर भी चर्चा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि देश या फिर राज्य की पहचान संस्कृति और त्यौहारों से ही होती है, इस दौरान उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता प्रकृति को मानती है और उसी का पूजन करती है। इस उत्सव में बैलों की पूजा का महत्व होता है।
मिली जानकारी के अनुसार मामले में राज्य सरकार ने सूखे के हालात से निपटने की बात कही। इस दौरान कहा गया कि करीब 50 प्रतिशत लाॅस पर सरकार किसानों को मुआवजा देती थी मगर इस वर्ष 33 प्रतिशत नुकसान उठाना पड़ा। किसानों को सरकारी सहायता दी गई। उन्होंने कहा कि इस हेतु सिंचित धान के साथ ही 8 तरह की फसलों को महत्व दिया गया है। जिन किसानों ने खेती के लिए लोन लिया है उन्हें रजिस्टर्ड कर लिया गया है। मगर जिन्होंने स्वयं को रजिस्टर्ड नहीं किया है उन्हें जल्द रजिस्टर करने की बात कही गई है।