समस्तीपुर। केंद्रीय खाद्य उपभोक्ता मंत्री रामविलास पासवान अक्सर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का विरोध करते नज़र आते हैं लेकिन इस बार उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश का समर्थन किया है। दरअसल केंद्रीय खाद्य मंत्री पासवान ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने कालेधन को लेकर जो अभियान चलाया है उसे लेकर नीतीश ने जो रवैया अपनाया है उसका स्वागत किया जाना चाहिए।
नीतीश से अन्य दलों के नेताओं को सीख लेने की बात भी उन्होंने कही। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को तो अपना निजी स्वार्थ नज़र आ रहा है जिसके कारण वे अपना विरोध जता रहे हैं। उनका कहना था कि इस मसले पर कई देशों का समर्थन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मिला।
इतना ही नहीं आंशिक परेशानियों के बाद भी जनता इस निर्णय में केंद्र सरकार के साथ है। लोग चाहते हैं कि कालाधन समाप्त होना चाहिए। उन्होंने आधार कार्ड को लेकर भी चर्चा की और कहा कि अब तक आधारकार्ड देश में पूरी तरह से नहीं बने हैं। यह एक बड़ी परेशानी है। रामविलास पासवान समस्तीपुर पहुंचे थे।
ऐसे में अतिथि भवन में पत्रकारों ने पासवान से चर्चा की। इस दौरान पासवान ने राज्य की महागठबंधन सरकार का विरोध जरूर किया। उन्होंने कहा कि नीतीश को गठबंधन में परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। संभावना है कि यह सरकार ढाई वर्ष से अधिक नहीं चल पाएगी। इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि लालू प्रयास यादव केंद्र का नोटबंदी पर विरोध कर रहे हैं जबकि नीतीश केंद सरकार समर्थन कर रहे हैं।
आखिर यह समझ नहीं आ रहा है कि लालू किस कारण से कालेधन पर सही कार्रवाई करने के बाद भी केंद्र का विरोध कर रहे हैं। खाद्य मंत्री पासवान ने कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूख अब्दुल्ला के बयान का विरोध करते हुए कहा कि कश्मीर मसले पर पाकिस्तान बौखला गया है। गौरतलब है कि अब्दुल्ला ने कहा था कि पीओके भारत की निजी संपत्ति नहीं है ऐसे में केंद्रीय मंत्री पासवान ने उनका विरोध किया और कहा कि पाकिस्तान अपनी हरकतों से बौखला गया है।