लखनऊ - यह बात एक बार फिर साबित हो गई कि यदि व्यक्ति में काबिलियत हो तो उसे परखने वाले मिल ही जाते हैं.ऐसा ही कुछ हुआ लखनऊ की 19 वर्षीय कम्युनिकेशन में ग्रेजुएट छात्रा आस्था के साथ. दरअसल आस्था की भाषण शैली इतनी प्रभावशाली है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी और उपाध्यक्ष राहुल गाँधी उसके मुरीद बन गए हैं . प्रियंका भी उससे बहुत प्रभावित है . इसीलिए कांग्रेस ने आस्था को अहम जिम्मेदारी सौंपी है.
आस्था ने राहुल के अमेठी आने पर उन्हें कांग्रेस को आगे बढ़ाने का आइडिया दिया था. उसकी बातों से प्रभावित होकर आस्था को कांग्रेस के सूचनाधिकार प्रकोष्ठ की प्रदेश प्रवक्ता बना दिया गया. कांग्रेस की सोशल मीडिया की टीम बनने के बाद आस्था को सोशल मीडिया का प्रदेश सचिव बना दिया गया.
आस्था राजनीति के जरिये लोगों की सेवा करना चाहती हैं. बोलने के फन में माहिर आस्था की बातें सुनने के बाद राहुल गांधी ने उसे कांग्रेस में शामिल होने का ऑफर दिया. दरअसल, 19 मई, 2015 को अमेठी के दौरे पर जब राहुल गांधी आए थे, तो आस्था ने उनसे मुलाकात की थी. इस दौरान उसने राहुल गांधी से कहा था कि संसद में यह मुद्दा उठाएं कि आरक्षण सिर्फ आर्थिक स्थिति आधार पर दिया जाए. दूसरा, सुझाव था कि न्याय व्यवस्था ऐसी हो, जिससे तीन साल में मामले का निपटारा हो जाए। तीसरा, राम मंदिर के मुद्दे को किसानों से जोड़कर उठाना चाहिए .