इस्लामाबाद : भारत की भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के पाकिस्तान विरोधी रवैये को लेकर पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने कहा है कि भाजपा सरकार को सद्बुद्धि आएगी और वह भारत में पाकिस्तान के विरोध और धार्मिक असहिष्णुता के बाद भी पाकिस्तान के साथ चर्चा बहाल करेगी। मामले में राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने कहा कि वे जानते हैं कि आखिर भाजपा सरकार में सद्बुद्धि आएगी। कांग्रेस और भाजपा सरकार दोनों के साथ ही उन्होंने काम किया है।
मगर इन सभी मसलों के समाधान हेतु चर्चा को लेकर आगे बढ़ने का रास्ता है। दरअसल मुशर्रफ कराची में पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री खुर्शीद महमूद कसूरी की पुस्तक निदर ए हाॅक नाॅर ए डव के विमोचन के अवसर पर उपस्थितों को संबोधित कर रहे थे।
पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ द्वारा कहा गया कि भारत और पाकिस्तान के संबंधों पर उनके कार्यकाल में अच्छा कार्य हुआ था और वे उनके कार्यकाल में अच्छे भी थे। इस दौरान विवाद सुलझने वाले थे लेकिन जिस कश्मीर मसले पर चार प्रारूप में सहमति बन गई थी मगर ऐन मौके पर इसका समाधान नहीं हो पाया। हालांकि उन्होंने शांति के लिए गंभीरता बरतने के लिए भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को धन्यवाद दिया।
उन्होंने कहा कि कारगिल युद्ध एक सैन्य विजय थी जो कि राजनीतिक हार में बदल गई। कसूरी की पुस्तक को लेकर उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की सेना भारत के साथ शांति के विरूद्ध है यह एक गलत धारणा है और इसी धारणा को कसूरी की पुस्तक में गलत बताया गया है।