इस्लामाबाद : भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में आ रही तल्खी के बीच एक और मायूसी भरी खबर सामने आई है कि पाकिस्तानी शीर्ष नेताओं को तख्ता पलटने की घटना को लेकर आगाह किया गया है। मामले में पाकिस्तानी संसद के शीर्ष सदन सीनेट के प्रमुख रजा रब्बानी ने पाकिस्तानी सेना द्वारा तख्तापलट करने की संभावना दर्शाई है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने संविधान का सख्ती से पालन नहीं करवाया या फिर इसमें बदलाव नहीं किए तो सेना सरकार का तख्ता पलट सकती है। यदि ऐसा होता है तो भारत और पाकिस्तान के संबंध और खराब हो सकते हैं।
मिली जानकारी के अनुसार सीनेट प्रमुख रब्बानी ने कहा कि तख्तापलट को देशद्रोह माना गया है। जिसकी सजा मृत्युदंड के तौर पर भी दी जा सकती है। सरकार द्वारा इस मामले में कड़ाई से पालन नहीं किया गया तो सरकार को तख्तापलट का सामना करना पड़ सकता है। यही नहीं इस बारे में कहा गया है कि कमजोरियों के चलते धारा 6 बेईमानी हो सकती है।
स्वाधीनता के 68 वर्ष के दरमियान पाकिस्तान में सेना का ही शासन रहा। इस दौरान सेना द्वारा 4 बार सीधे सत्ता का नियंत्रण अपने पास ही लिया गया। उल्लेखनी है कि जब भी सेना ने पाकिस्तान में शासन की बागडोर संभाली तब तक भारत के विरूद्ध युद्ध की साजिश की गई। हालांकि पाकिस्तान को हार का ही सामना करना पड़ा लेकिन ऐसे में भारत - पाकिस्तान संबंध तल्ख हो गए। उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान के पूर्व सैन्य प्रमुख व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ को भी देशद्रोह के आरोपों का सामना करना पड़ा है।