नई दिल्ली : ICC टी-20 वर्ल्ड कप में इंडिया-पाकिस्तान के बीच होने वाले मैच को लेकर विवाद तूल पकड़ते ही जा रहा है. जिसे देखते हुए पाकिस्तान ने धमकी दी है कि अगर पाक क्रिकेट टीम को बेहतर सुरक्षा मुहैया नही कराई गई तो वह वर्ल्ड कप नहीं खेलेगा. वहीं, 19 मार्च को धर्मशाला में होने वाले मैच के खिलाफ वॉर वेटरंस ने विरोध तेज कर दिया है. 70 हजार पूर्व सैनिकों के एसोसिएशन ने कहा है कि पाकिस्तान को अगर यहां खेलना है तो वह पहले पठानकोट आतंकी हमले के मास्टरमाइंड मसूद अजहर का सिर कलम करके लए.
विवाद को देखते हुए पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन शहरयार खान ने कहा कि हमने ICC से कहा है कि भारत सरकार को एक ही कदम उठाना है. भारत सरकार को सार्वजानिक रूप से बयान देना होगा कि वे पाकिस्तानी टीम को खिलाने के लिए सक्षम है और उसे पूरी सिक्युरिटी की गारंटी देते हैं. भारत अभी तक ऐसा नहीं कहा है. हमने पाकिस्तान टीम को भारत जाने की अनुमति दे दी है लेकिन हमें भारत में उनकीसुरक्षा कि गारंटी चाहिए. मैंने BCCI से बात की है. उनका कहना है कि यहां अंदरूनी राजनीति गरमा रही है. हिमाचल के मुख्यमंत्री खुद कह रहे हैं कि वे सुरक्षा की गारंटी नहीं दे सकते. जिसे देखते हुए हमारी टीम को वहां खतरा है. अगर भारत सुरक्षा की गारंटी नही लेता है तो ऐसे में पाक टीम का भारत जाना मुश्किल होगा. हम ऐन वक्त पर टूर्नामेंट से हट भी सकते हैं.
बता दे की इंडियन एक्स सर्विसमैन लीग के हिमाचल में 70 हजार पूर्व सैनिक मेंबर हैं. इस लीग ने भारत-पाक मैच को धर्मशाला में कराने का विरोध किया है. लीग ने कहा है कि अगर धर्मशाला को वेन्यू रहा तो हम 10 मार्च से ऑपरेशन बलिदान लॉन्च करेंगे.लीग के स्टेट प्रेसिडेंट विजय सिंह मानकोटिया का कहना है कि पहले पाकिस्तानी आतंकी मसूद अजहर का सिर काटकर भारत को दिया जाए, इसके बाद मैच कराने की बात हो. अगर सरकार आतंक और बातचीत एकसाथ नहीं हो पाने की बात कहती है तो फिर आतंक और टी-20 एकसाथ कैसे हो सकता है? अगर मैच हुआ और वहां पाकिस्तानी झंडे लहराए तो हालात बिगड़ सकते हैं.