नई दिल्ली: दिल्ली में एक नर्सरी टीचर द्वारा पति के एक्सीडेंट के बाद घर की जिम्मेदारी उठा कर महिला शक्ति का एक बेहतरीन उदाहरण पेश किया गया है. इस महिला द्वारा परिवार की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए सड़क किनारे छोले-कुल्चे का ढेला लगाना शुरू किया है.
जानकारी के अनुसार, एक नर्सरी टीचर उर्वशी की जिंदगी ने तब बड़ा मोड़ लिया जब उनके पति का एक्सिडेंट हो गया और उनकी हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी करना पड़ गई. इसके बाद परिवार की आर्थिक स्थिति को फिर से पटरी पर लाना जरूरी था. ऐसे वक्त में उर्वशी ने अपना काम छोड़ घर के प्रथम व्यक्ति की जिम्मेदारी संभाली. उन्होंने तय किया कि वो हारकर बैठने की बजाय अपने परिवार को आर्थिक रूप से सक्षम बनाएंगी.
उर्वशी के पास ज्यादा पैसे नहीं थे और इसी के चलते उन्होंने सड़क किनारे छोले-कुल्चे का ढेला लगाना शुरू किया. उर्वशी ने इस कदम को लेकर कहा कि मेरे लिए पहला दिन काफी मुश्किल भरा था. मैं अपना मुंह बांधकर काम करती रही, अंदर से टूटी भी लेकिन फिर मैंने अपने आप को संभाला. मुझे गुस्सा आता है यह कहते कि मैं ऐसी महिला थी जिसे एसी के बिना रहने की आदत नहीं थी और सूरज की धूप सहन नहीं कर पाती थी लेकिन अब में सड़क किनारे कड़ी धूप में छोले और कुल्चे बेच रही थी.