नई दिल्ली : राष्ट्रवाद और धर्मनिरपेक्षता का प्रमाणपत्र बांटने की जरूरत नहीं है। देशभक्ति मजबूरी में नहीं की जाती। यह तो प्रेम और अनुराग है। भारत माता की जय बोलना भारतीय की लालसा होना चाहिए। यह किसी भी तरह का फैशन नहीं होना चाहिए। यह बात संसदीय कार्य राज्यमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कही। दरअसल वे राष्ट्रवादी नारे लगाने को लेकर उपजे विवाद को लेकर अपना विरोध जता रहे थे।
केंद्रीय राज्यमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि प्रत्येक भारतीय के डीएनए में राष्ट्रवाद है। मगर देशभक्ति और राष्ट्रवाद पर किसी भी तरह की निराधार बहस हो यह एक चिंता की बात है। उन्होंने कहा कि मुस्लिम समुदाय का समेकित विकास ही सरकार का लक्ष्य है। इस तरह के लक्ष्य को प्राप्त करने में किसी तरह की नकारात्मकता को सफल नहीं होने दिया जाएगा।
वक्फ कानून को लेकर उन्होंने कहा कि नया वक्फ कानून बनने के बाद भी इसकी संपत्ति का उपयोग अल्पसंख्यकों के सामाजिक - आर्थिक और शैक्षणिक विकास में नहीं हो रहा है। उनका कहना था कि वक्फ की संपत्तियां माफिया के कब्जे में भी हैं। जिसे मुक्त करवाने की जरूरत है। उल्लेखनीय है कि देश में 31 राज्य वक्फ बोर्ड हैं। जिसमें 4 लाख 27 हजार पंजीकृत वक्फ संपत्तियां हैं। इसके अलावा गैर पंजीकृत संपत्तियां भी हैं।