लखनऊ : डाॅ. भीमराव आंबेडकर की 61 वीं पुण्यतिथि के अवसर पर बसपा प्रमुख मायावती ने उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ में उपस्थितों को संबोधित किया। इस दौरान मायावती ने उत्तरप्रदेश की समाजवादी पार्टी की सरकार के ही साथ केंद्र सरकार की आलोचना की। इस दौरान बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी हिंदुत्व के नाम पर लोगों को बांट रही है।
उसका ऐसा प्रयास चल रहा है। मगर डाॅ. आंबेडकर ने तो भारतीय संविधान को धार्मिक समानता के अनुसार एक सूत्र में पिरोया था। उन्होंने बाबरी विध्वंस को याद करते हुए कहा कि अयोध्या में विवादित ढांचे को गिराने के लिए भाजपा और आरएसएस ने 6 दिसंबर का दिन चुना।
इससे साबित होता है कि भाजपा की मानसिकता गंदी है। भाजपा केवल हिंदूत्व की बात करती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने बाबा साहेब आंबेडकर के स्मारक बनवाए और इसे देखने के लिए बड़े पैमाने पर बाहर से लोग आते हैं ऐसे में प्रदेश में आय बढ़ती है। हालांकि उन्होंने सैफई महोत्सव पर निशाना साधकर सपा को घेरा और कहा कि सरकार इसमें पैसा बर्बाद कर रही है। उन्होंने कहा कि इस महोत्सव को तो बाहर से देखने के लिए कोई नहीं आता है।