मुम्बई - पिछले चार- पांच माह से भगोड़े उद्योगपति माल्या के जेट विमान को नीलाम करने के लिए प्रयास कर रहे सेवाकर विभाग को आखिर सफलता मिल ही गई जब एसजीआई कॉमेक्स नाम की कंपनी ने इस एयरबस विमान को 27.39 करोड़ रुपए (41 लाख डॉलर) में खरीदने का दावा किया है.
बता दें कि 18 अगस्त को हुई इस नीलामी में मिली कीमत विमान की रिजर्व प्राइस का करीब छठा हिस्सा है. इससे पहले 30 जून को हुई नीलामी में 152 करोड़ रुपए की रिजर्व प्राइस के मुकाबले दुबई की एक कंपनी ने सिर्फ एक करोड़ रुपए की बोली लगाई थी.
हालाँकि सेवाकर विभाग इस नीलामी से संतुष्ट नहीं है. कंपनी के दावे के उलट एक सेवाकर अधिकारी ने कहा कि विभाग को 27 करोड़ रुपए की बोली बहुत कम है. इस बोली पर अंतिम निर्णय केंद्रीय उत्पाद एवं सीमाशुल्क बोर्ड यानी सीबीईसी करेगा.
उल्लेखनीय है कि यह नीलामी माल्या की बंद पड़ी किंगफिशर एयरलाइंस पर बकाया 800 करोड़ रुपए का सेवाकर वसूलने के लिए की गई. जबकि इस नीलामी को मुंबई एयरपोर्ट ने बॉम्बे हाई कोर्ट में चुनौती दी थी. एयरपोर्ट की अर्जी में कहा गया था कि इस जेट पर हवाई अड्डा शुल्क के रूप में बड़ी राशि बकाया है.22 अगस्त को आए हाईकोर्ट के आदेश के अनुसार विमान को उड़ान योग्य यानी एयरवर्दी बनाने के लिए एसजीआइ कॉमेक्स को टैक्स, हैंगरचार्ज और अन्य शुल्क चुकाने होंगे.
उधर, नीलामी में जेट खरीदने वाली कम्पनी के चेयरमैन जीएस श्रीवास्तव ने कहा कि विमान को आर्ट पिलिग्रिमेज वेंचर में बदला जाएगा. अब इसका इस्तेमाल प्राइवेट कैरियर के रूप में नहीं होगा. इसके बजाय एयरक्राफ्ट का उपयोग धार्मिक स्थानों में तीर्थयात्रा के लिए किया जाएगा. इस विमान को उड़ने लायक बनाने पर कंपनी 23.5 करोड़ रुपए (35 लाख डॉलर) की राशि और खर्च करेगी.