पटना : बिहार में चुनावी प्रचार के बीच पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव द्वारा आरएसएस का विरोध किया गया। इस दौरान उन्होंने बड़े ही विनोदी अंदाज़ में कहा कि दलित, पिछड़ों और अन्य लोगों को गुलाम बनाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने सरसंघ चालक पद को लेकर कहा कि संघ में 40 वर्ष पूर्व जो पद सृजित किया गया था वह आज भी चल रहा है। इन्हें उपाधि दी गई। मगर इसे बदला भी नहीं गया है। आरक्षण के मसले पर उन्होंने कहा कि जनसंख्या के अनुपात में आरक्षण दिया जाना जरूरी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यह विश्वास हो गया है कि भाजपा बिहार में जीत तय कर रही है लेकिन यह सही नहीं है।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आरएसएस के सरसंघ चालक डाॅ. भागवत को लेकर कहा कि आरएसएस नफरत के बीज बो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछड़ा विरोधी नहीं हैं। अमित शाह स्वयं भी प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं। पत्रकारों को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने कहा कि पार्टी में ही वर्चस्व की लड़ाई चल रही है। अमित शाह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पीछे धकेलना चाहते हैं। उन्होंने मोदी से मांग की कि वे भागवत की निंदा करें या उन्हें निकालें। बिहार में लोगों को धोका दिया जा रहा है। हम भी गाय का पूजन करने वाले हैं।