कलेक्टर ने कहा-काम-धाम छोड़ो, पहले 50 किलों प्याज खरीदो
कलेक्टर ने कहा-काम-धाम छोड़ो, पहले 50 किलों प्याज खरीदो
Share:

खरगोन : मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह सरकार ने किसानों से भले ही समर्थन मूल्य पर बड़ी मात्रा में प्याज की खरीदी कर गोदामों में रखवा दिया हो, लेकिन अब प्याज को हर हालत में निकालने की भी कवायद अधिकारियों द्वारा की जा रही है, क्योंकि बंद बोरों में प्याज सड़ांध मारने लगे है। प्याज को गोदामों से निकालने के चक्कर में खरगोन के कलेक्टर ने जिले के अपने मातहत अधिकारियों व कर्मचारियों को यह आदेश ही दे दिया है कि अपना काम-धाम छोड़कर पहले पचास किलों प्याज खरीदकर अपने घर ले जाये।

हालांकि यह बात अलग है कि कलेक्टर महाशय के इस तुगलगी फरमान से कर्मचारी, अधिकारी पेशोपेश में है कि आखिर वे पचास किलो प्याज को खरीदकर करेंगे क्या। लगता है कि खरगोन के कलेक्टर अशोककुमार वर्मा गोदामों में सड़ रहे प्याज के लिये कुछ ज्यादा ही चिंतित है। उन्होंने प्याज निकालने के लिये नया रास्ता निकालते हुए अपने जिले के अधिकारियों व कर्मचारियों को ही कम से कम पचास किलो प्याज खरीदने का आदेश दे दिया।

पहले तो कर्मचारियों, अधिकारियों को कलेक्टर के इस तुगलगी फरमान से आश्चर्य भी हुआ, लेकिन चुंकि आदेश जिले के मुखिया का था, इसलिये न चाहते हुए भी मातहतों ने प्याज की खरीदी शुरू कर दी है। लेकिन उनके मन में कलेक्टर के आदेश को लेकर नाराजगी भी है और दबी जुबान से आदेश का विरोध करने की जुर्रर भी कर्मचारी, अधिकारी हिम्मत नहीं जुटा पा रहे है।

कलेक्टर ने दी सफाई

कलेक्टर द्वारा दिये गये प्याज खरीदने के आदेश का मामला सुर्खियों में आ गया है। कलेक्टर वर्मा ने यह सफाई दी है कि चुंकि प्याज गोदामों में सड़ रहे है, इसीलिये उन्होंने कर्मचारियों, अधिकारियों से प्याज खरीदने के लिये कहा है, लेकिन पचास किलो प्याज खरीदना किसी के लिये भी बाध्यता नहीं रहेगी, कर्मचारी, अधिकारी अपने हिसाब से प्याज खरीद सकते है। आपको बता दें कि सरकारी आदेश के बाद खरगोन जिले में भी किसानों से 18 हजार क्विंटल से अधिक प्याज खरीदे गये थे।
 

मुख्यमंत्री द्वारा किसानों से ख़रीदा गया हज़ारो टन प्याज़ अद्धिकारियों के लिए बना मुसीबत : मध्यप्रदेश

क्या आप जानते है प्याज के ये अनमोल फायदे

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -