सुहाग पर्व करवा चौथ भारतीय महिलाओं का अपनी गृहस्त धर्म के प्रति अटूट श्रद्धा ,भक्ति और स्व - आहूत समर्पण का जीवंत उदाहरण है| अपने पति की लंबी आयु ,स्वस्थ ,सम्पनता के लिये रखा जाने वाला करवा चौथ का व्रत पूर्ण रूप से निर्जला व्रत है जिसे चन्द्र दर्शन कर उद्यापन किया जाता है| ये व्रत का पूजन कार्तिक महीने की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को किया जाता है।। पंजाब , उत्तर प्रदेश , राजस्थान , हरियाणा , मध्य प्रदेश आदि राज्यों का यह प्रमुख त्यौहार है।
दिन भर निर्जला रहकर चंद्र दर्शन के उपरांत व्रत का उद्यापन करने के कठोर नियम का पालन करना आसान नहीं है | इसलिये करवा चौथ वाले दिन सूर्योदय से पूर्व ही सरगी जो की विभिन्न सुखे मेवे, फलहारी आटे से बनी हुई होती है खाने का रिवाज़ है ताकि दिन भर इस कठोर व्रत का पालन करने की अतिरिक्त ऊर्जा मिलती रहे| कुछ जगह सरगी में सात प्रकार की चीजें लेते है। रिवाज के अनुसार सरगी बहु के लिए सासु माँ द्वारा भेजी जाती है। आज हम आपको बताते है सरगी के अलावा भी ऐसी 3 रेसिपी जो आपको दिन भर ऊर्जा देगी और झट पट बन भी जाएगी |
१. सुखे मेवे लाडू - काजू, बादाम, किषमिष , मखाने, खजूर और अन्य सुखे मेवे मिलाये , अब गुड़ की चाशनी से बना लाडू | ये लाडू खाने से दिनभर ऊर्जा बनी रहेगी |
२ मालपुआ - दूध , मैदा , शक्कर को मिलकर एक सार कर घोल बना ले, अब इस घोल को चम्मच की सहायता से गरम घी में थोड़ा थोड़ा डाले और इन पुओ को तलें| तले हुए पुओं को शकर की चाशनी में थोड़ी देर डुबोये और निकाल लें | इसे राबड़ी के साथ खाये |
३ फिरनी - चावल को धोये और रात में आधी तपेली पानी में चावल भिगो दें , सुबह उठकर चांवल दरदरा पीस लें , अब भारी तले वाले बर्तन में दूध उबले और दरदरे चावल डाले और लगातार कलछी चलते हुए गाड़ा होने दें , जब चावल पक जाये तब काजू, बादाम , किसमिस और केसर डाले |