फरीदकोट : फरीदकोट में धर्मग्रंथ के अपमान को लेकर भड़की हिंसा की न्यायिक जांच के आदेश दिए गए हैं. इतना ही नहीं सरकार द्वारा हिंसा में शामिल लोगों के बारे में सूचना देने पर एक करोड़ रुपये के नकद इनाम की भी घोषणा की है. बता दें कि इस हिंसा में 2 लोगों को अपनी जान गवानी पड़ी थी, जबकि 50 से ज्यादा लोग जख्मी हो गए हैं. इस घटना के बाद लोगों ने हिंसक प्रदर्शन किया, जिसमें दर्जनों वाहनों को आग लाग लगा दी थी.
मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने इसे एक साजिश करार देते हुए कहा कि सांप्रदायिक तनाव फैलाने और शांति भंग करने के उद्देश्य किया गया था. उन्होने कहा कि दोषियों को सख्त सजा दी जाएगी. दोषियों का पता लगाने के लिए ADGP (अपराध) IPS सहोता के नेतृत्व में एक IST गठित करने का निर्देश दिए गए हैं. इसमें DIG आरएस खट्टरा और अमर सिंह चहल भी शामिल होंगे.
क्या हुआ ?
गौरतलब है कि भठिंडा कोटकपूरा मार्ग पर स्थित एक सिख धार्मिक स्थल से एक पवित्र पुस्तक चोरी हो गई थी. इसी के विरोध में फरीदकोट में करीब 6000 सिख कार्यकर्ता उनकी धार्मिक पुस्तक के कथित अपमान को लेकर सड़कों पर उतर आए थे और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे. इसी दौरान उनमें से कुछ लोगों ने पुलिस पर पत्थराव शुरू कर दिया जिसके बाद पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच टकराव हो गया.
इसके बाद स्थिति पर काबू पाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा था .इस हिंसा में 2 लोगों की मौत हो गई थी और 8 पुलिसकर्मियों सहित 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं .