जेएनयु देशद्रोह मामले के आरोपी जेएनयू एसयू अद्यक्ष कन्हैया कुमार ने पुलिस पूछताछ मे खुद को बेगुनाह बताया है. कन्हैया कुमार का कहना है की वो किसी भी तरह के देशद्रोही आन्दोलन का हिस्सा नही था. घटना के वक्त वह वहां मोजूद नहीं था. शोर सुन कर कन्हैया अपने कमरे से बहार आया. जिसके बाद उसे वहा मोजूद गार्ड ने दो गुटों में झगडा होने की जानकारी दी थी. उसने विवाद को सुलझाने का प्रयत्न किया था.
दो चरणों मे की गयी पूछताछ के पहले चरण मे सभी आरोपियों से अलग अलग पूछताछ की गयी. तीनो आरोपियों के बयानों मे काफी अंतर था. जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने दुसरे चरण में तीनो आरोपियों से एक साथ पूछताछ की. पुलिस पूछताछ मे काय्रक्रम के मुख्य अयोजको का पता लगाने की कोशिश कर रही है. दिल्ली पुलिस उमर खालिद और अनिर्बन भट्टाचार्य को फ़िलहाल मुख्य आयोजक मान कर मामले की जांच कर रही है. साथ ही पुलिस विडियो फुटेज कि मदद से बहरी लोगो की भी पहचान करने में जुटी है.
9 फरवरी कों दिल्ली स्तिथ जेएनयु कैंपस मे अफजल गुरु कि फासी के विरोध में कार्यक्रम किया गया था, जिसमे देशविरोधी नारे लगाये गये थे. पुलिस ने ईस मामले मे जेएनयूएसयू के अध्यक्ष कन्हैया कुमार, उमर खालिद और अनिर्बन भट्टाचार्य कों दोषी पाया था. हालांकि जेएनयु अधिकारियो का कहना है की इस घटना मे जेएनयु का कोई छात्र भागीदार नही था. कुछ बाहरी तत्वों ने कैंपस मे आकार देशविरोधी नारे लगाये थे. जिससे माहोल बिगड़ गया था. इसके बाद पुलिस ने 12 फरवरी को कन्हैया कुमार को हिरासत मे लिया था. जिसके बाद अदालत ने उसे 5 दिन की न्यायिक हिरासत मे भेज दिया था. उमर खालिद और अनिर्बन भट्टाचार्य ने सोमवार रात जेएनयु कैंपस के बाहर आत्मसमर्पण किया था. वसंत कुंज ठाणे (उत्तर) में इन तीनो आरोपियों के साथ जेएनयु के कुछ और छात्रों के खिलाफ साजिश और देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया है.