वाॅशिंगटन : जो पाकिस्तान अब तक भारत को हमले की धमकी दे रहा था। परमाणु बमों की बातें कर रहा था वह अब युद्ध को भारत और पाकिस्तान के बीच उपजे विवाद का हल नहीं मान रहा है। दरअसल पाकिस्तान के शीर्ष राजनयिक ने इस तरह की ही कुछ बात कही हैं। लगता है भारत द्वारा पाकिस्तान पर बनाए गए अंतर्राष्ट्रीय दबाव का कुछ असर हुआ है।
दरअसल इस मामले में यूएस में पाकिस्तान के राजदूत जिलानी ने कहा है कि पाकिस्तान का मानना है कि कश्मीर सहित विभिन्न द्वीपक्षीय विवादों का हल चर्चा के माध्यम से किए जाने की आवश्यकता है। अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत ने कहा कि इसमें किसी बात का शक उन्हें नहीं है। भारत और पाकिस्तान के बीच उपजे विवाद का हल युद्ध से नहीं किया जा सकता है। दोनों ही देशों में तनाव के हालात हैं मगर युद्ध किसी तरह का विकल्प नहीं है।
वल्र्ड बैंक व इंटरनेशनल मोनेट्री फंड की वार्षिक बैठक में पहुंचे पाकिस्तान के राजदूत जलील अब्बास जिलानी ने इस बैठक से अलग भारत और पाकिस्तान के संबंध को लेकर कहा कि दोनों देशों की जनता को एक दूसरे के बीच संबंध सुधारने के लिए आगे आना होगा। सरकारें अपने स्तर पर प्रयास कर रही हैं और इस मामले को युद्ध से हल नहीं किया जा सकता है। उनहोंने कहा कि युद्ध की कल्पना करना भी ठीक नहीं है। कश्मीर सहित कई मसलों पर दोनों देशों को चर्चा करनी होगी।