संयुक्त राष्ट्र : संयुक्त राष्ट्रसुरक्षा परिषद ने आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट आॅफ इराक के आतंकियों और कट्टरपंथियों के समूहों को विश्व के लिए खतरा बताया है। इस्लामिक स्टेट के आतंकियों और दूसरे कट्टरपंथी समूहों को हमला करने से रोकने के लिए विश्व जगत को अपने प्रयास बढ़ाने को लेकर यूएन ने सभी राष्ट्रों से अपील की है। हाल ही में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने जो प्रस्ताव सभी की सहमति से पारित किया उसमें यह भी कहा गया कि इस्लामिक स्टेट संगठन अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए वैश्विक और अभूतपूर्व खतरा है।
इस दौरान विभिन्न माध्यमों का उपयोग कर निपटने को लेकर परिषद की प्रतिबद्धता व्यक्त किए जाने की बात कही गई। संयुक्त राष्ट्र की सबसे शक्तिशाली इकाई द्वारा वर्ष 1999 के बाद आतंकवाद को लेकर यह भी कहा गया कि 14 वां प्रस्ताव पारित करने की बात भी कही गई। यूएन में यह बात सामने आई कि एक सप्ताह पूर्व हिंसक कट्टरपंथियों द्वारा पेरिस में जिस तरह का हिंसक हमला किया गया उसमें 130 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है।
यही नहीं बेरूत में भी आत्मघाती हमला हुआ था। इस हमले में 43 लोग मारे गए थे। इस दौरान रूसी विमान पर भी हमला हुआ। मिस्त्र के सिनाई प्रायद्वीप में यात्री विमान गिरा। इस विमान में 224 लोगों की मौत हो गई थी। हमलों की जिम्मेदारी ISIS द्वारा लगी गई थी।
इस्लामिक स्टेट समूह व अन्य हिंसक अतिवादी समूहों के विरूद्ध आवश्यक कदम उठाने की क्षमता वाले संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों से भी इस मामले में अपील की गई। अपनी अपील में यूएन ने कहा कि आतंकवादियों द्वारा इराक और सीरिया के उन ठिकानों को भी ध्वस्त किया जाए जो इराक और सीरिया के एक बड़े क्षेत्र में आते हैं।