वॉशिंगटन : पहली बार अमेरिका की फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन ने एक निजी कंपनी को लाइसेंस दिया है। इसके जरिए कंपनी को 2017 में चंद्रमा पर अंतरिक्ष यान भेजने और उतारने का अधिकार मिल गया है। मून एक्सप्रेस नाम की इस कंपनी के मालिक भारतीय मूल के अमेरिकी अरबपति नवीन जैन है।
बता दें कि अब तक किसी भी निजी कंपनी ने धरती की कक्षा के बाहर कोई अभियान नहीं भेजा है, केवल अमेरिकी अंतरिक्ष अभियानों ने ही पृथ्वी की कक्षा के बाहर अभियान भेजे है। कंपनी द्वारा रिलीज की गई मीडिया प्रति में बताया गया है कि अमेरिका की नीति में यह बड़ा फैसला है। इससे मून एक्सप्रेस को उसके रोबोटिक स्पेसक्राफ्ट को उड़ान के लिए अधिकार दिया गया है।
जैन ने बताया कि मून एक्सप्रेस के लिए आकाश की कोई सीमा नहीं है। अंतरिक्ष में हमारा मकसद अपने सर्वाइकल को सुनिश्चित करना है। इससे बच्चों के लिए सीमा रहित भविष्य मुहैया होगी। भविष्य में हम बहुमूल्य स्रोतों, धातुओं और चंद्रमा की चट्टानों को धरती पर लाने में सक्षम होंगे। इस कंपनी की स्थापना साल 2010 में स्पेस विजनरी डॉक्टर बॉब रिचर्ड्स, नवीन जैन और डॉक्टर बर्ने पेल ने मिलकर की थी।
पेल सीरियल इंटरप्रेन्योर और आर्टिफिशिएल इंटेलीजेंस एंड स्पेस टेक्नोलॉजी गुरु हैं। तीनों ने मिलकर व्यावसायिक अंतरिक्ष खनन और नई खोज के लिए इस कंपनी को बनाया था। जैन पेशे से बिजनेस एग्जीक्यूटिव है और वो इंफोस्पेस, इमोम व मून एक्सप्रेस जैसी कंपनियों के संस्थापक रह चुके है। उनका जन्म यूपी में हुआ था।
उन्होने जमशेदपुर के एक्सलआरआई से 1982 में एमबीए किया था। 1983 में नवीन को बरफ्स कंपनी में बिजनेस एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत वो अमेरिकन मार्केट को समझ पाए।