नई दिल्ली: भारत की मध्य जनवरी में निर्धारित परमाणु प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के साथ शांति वार्ता के लिए अब मूल्यांकन किया जा रहा है. यह फैसला सप्ताहांत में उत्तरी पंजाब राज्य में हवाई अड्डों पर हमले के कारण लिया गया है. आधिकारिक सूत्रों ने बताया,15 जनवरी को इस्लामाबाद में देशों के विदेश सचिवों के बीच वार्ता पर अंतिम निर्णय, सुरक्षा बलों के पठानकोट एयर बेस की तलाशी के बाद लिया जाएगा.
हालांकि, पाकिस्तान के पूर्व भारतीय राजदूत और पूर्व विदेश सचिव, जो रविवार को भारत के विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के साथ विचार-विमर्श कर चुके है, मानते है कि सामूहिक रूप से इस्लामाबाद के साथ वार्ता पठानकोट हमले के बावजूद वार्ता पर ज़ोर देना चहिये.
बैठक में एक राजनयिक ने कहा, "बैठक से समग्र भाव से कहा गया कि दोनों पक्षों के बीच वार्ता के अलावा अन्य कोई विकल्प नहीं है. इस रूप में इस्लामाबाद के साथ वार्ता की जानी चाहिए." उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों के बीच पठानकोट जैसी आपात स्थितियों से निपटने के लिए एक आपात योजना बनानी चाहिए.
भारतीय सुरक्षा बलों ने इस बीच नई दिल्ली के 476 किमी उत्तर में, विशाल पठानकोट एयर बेस की तलाशी जारी रखी है. इस हमले में सात सैन्य कर्मियों की मौत हो गई थी और 22 लोग घायल हुए थे.