लखनऊ: उत्तर प्रदेश के आयकर विभाग ने कई मीट उत्पादक और निर्यातक कंपनियों के यहां रेड मारी है। आयकर विभाग की यह छापेमारी 4 दिन तक जारी रही। 1200 करोड़ रुपये के कालेधन का पता लगा है। 1000 करोड़ नकद विभिन्न डमी बैंक अकाउंट्स से निकाला गया है। इस करोड़ों की नकदी का हिसाब कंपनी के मालिक आयकर विभाग की टीम को नहीं दे सके हैं। कंपनी मालिकों ने 1000 करोड़ की बड़ी गड़बड़ी को स्वीकार किया है।
जिन मीट उत्पादकों के यहां इनकम टैक्स की टीम ने छापेमारी की है, उनमें 4 बड़ी कंपनियों के नाम शामिल हैं। इनके नाम 1। रुस्तम फूट प्राइवेट लिमिटेड, लखनऊ-उन्नाव, 2। अल सुमामा एग्रो फूड प्राइवेट लिमिटेड ,बरेली, 3। रेहबेर फूड इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड, बरेली, 4। मार्या फ्रोजेन एग्रो फूड प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड, बरेली हैं। बता दें कि राज्य के उन्नाव के रुस्तम स्लाटर हाउस में बुधवार को इनकम टैक्स की टीम ने अचानक दबिश दी थी। आयकर विभाग के 15 से 20 अफसरों ने फैक्ट्री के डॉक्युमेंट्स खोजे थे। फैक्ट्री के वरिष्ठ अधिकारियों से IT विभाग की टीम ने लंबी पूछताछ की थी। वहीं, इसके पहले वर्ष 2018 में भी आयकर विभाग ने रुस्तम स्लाटर हाउस में छापेमारी की कार्रवाई की थी। उस वक़्त IT विभाग की कार्रवाई 60 घंटे चली थी। तब भी करोड़ों की टैक्स चोरी का खुलासा हुआ था।
टैक्स चोरी की शिकायतों के आधार पर लखनऊ और दिल्ली की इनकम टैक्स टीम ने संयुक्त रूप से लखनऊ, उन्नाव, बरेली, कानपुर समेत कई शहरों में मांस निर्यातकों के ठिकानों पर छापेमारी की। छापेमारी के दौरान टीम को टैक्स भुगतान में अनियमितता से संबंधित कई कागज़ात मिले हैं।
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