न्यूयॉर्क: सितंबर में चांद अपना रंग बदलने वाला है जिसके कारण चांद लाल होने पर धरती पर भयानक भूकंप के आने की अटकल लगाई जा रही है। दरअसल, अमेरिका में 2 ईसाई संतों ने भविष्यवाणी की है कि धरती सितंबर में ख़त्म होने की कगार पर पहुंच जाएगी और इसके लिए चंद्रमा के रंग का लाल होना महज इसकी सूचना देना भर होगा।
दोनों ईसाई संतों ने दावेदारी की है कि पिछले 18 महीनो से चंद्रमा का रंग लाल हो रहा है, जो 28 सितंबर को पूर्ण रूप से लाल हो जाएगा। इसके बाद धरती पर भयानक भूकंप आएंगे, जो जीजस क्राइस्ट के धरती पर आने की सूचना देंगे। ये वो समय होगा, जब धरती पर भयानक भूकंप के झटके होंगे, जो अरब देशों में युद्ध की स्थिति पैदा कर तीसरे विश्वयुद्ध की ओर धकेल देगी।
आपको बता दे की फिलहाल, दोनों को अमेरिकी पुलिस ने अफवाहें फैलाने के जुर्म में हिरासत में ले लिया है। दोनों इसाई कैथलिक संतों का दावा है कि चांद के लाल होने की घटना 2000 साल में एक बार होती है। दोनों का नाम मार्क ब्लिज्ट और जॉन हेगी बताया जा रहा है। दोनों का कहना है कि ब्लड मून की स्थिति से इजरायल और यहूदियों पर बड़ा प्रभाव पड़ेगा। दोनों का दावा है कि 22 से 28 सितंबर के बीच धरती पूरी तरह से गर्म होती जाएगी, जिसके परिणाम स्वरूप बड़े भूकंप के झटके आएंगे। दोनों का दावा है कि इससे पहले 1948 में जब 'ब्लड मून' की स्थिति बनी थी, तो इजरायल का जन्म हुआ था।