नई दिल्ली: मालेगांव ब्लास्ट मामले में राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी ने कोर्ट में पूरक चार्जशीट दाखिल की है. एनआईए की टीम ने आज मुंबई पहुंचकर चार्जशीट दाखिल की, जिसके बाद 2008 में हुए मालेगांव धमाके में साध्वी प्रज्ञा सिंह को क्लीनचिट मिल गई।
एनआईए के डीजी शरद कुमार ने बताया कि साध्वी प्रज्ञा के खिलाफ पर्याप्त सबूत न मिलने के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया. सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर मकोका भी हटा दिया गया. इस ब्लास्ट के अन्य आरोपी कर्नल पुरोहित पर से भी मकोका हटा लिया गया है।
साध्वी समेत कुल चार आऱोपियों को इस मामले में क्लीन चिट दी गई है. मुंबई की अदलात में जमा की गई चार्जशीट में महाराष्ट्र के पूर्व एटीएस चीफ हेमंत करकरे की जांच पर भी सवाल उठाए गए है. जांच के बाद इस मामले के एक अन्य आरोपी कर्नल पुरोहित के खिलाफ पेश किए गए सबूत मनगढंत और गलत थे।
बता दें कि हेमंत करकरे 26/11 मुंबई हमलों में शहीद हुए थे। मालेगांव ब्लास्ट में चार लोगों की मौत हुई थी और 79 लोग घायल हुए थे, तीन साल पहले ने इस केस की जांच का जिम्मा एनआईए ने महाराष्ट्र एटीएस से ले ली थी. महाराष्ट्र एटीएस ने चार्जशीट भी फाइल कर दी थी। एनआईए ने सभी आरोपियों, गवाहों और सबूतों की दोबारा जांच की और कई लोगों के नए सिरे से बयान भी दर्ज किए गए।