आज हमारे लिए डेंगू का सबसे बड़ा खतरा बना हुआ है। देश के हर हिस्से में इसका खतरा मंडरा रहा है। अस्पतालों में इलाज के लिए लाइने लगनी पड़ रही है। यदि आप भी डेंगू के प्रकोप से बचना चाहते है तो समय रहते इसके लक्षण पहचान कर इलाज करवा ले. वरना ये डेंगू बदल सकता है डेंगू रक्तस्रावी बुखार और डेंगू आघात सिंड्रोम जैसी बिमारियों में तो आइये जानते है डेंगू के बारे में कुछ जरुरी बातें।
डेंगू रक्तस्रावी बुखार के रोगियों में निम्न लक्षण विकसित हो सकते हैं-
गंभीर पेट दर्द
अपनी नाक, मुंह, मसूड़ों या त्वचा रगड़ से रक्त स्राव
खून की या बिना खून के लगातार उल्टी होना
स्वीटीनेस
काला मल
भूख में कमी
थकान
ज्वाइंट या मांसपेशियों में दर्द
डेंगू आघात सिंड्रोम
डेंगू आघात सिंड्रोम में त्वचा पर खून के धब्बे के रूप में छोटे और त्वचा के नीचे खून के बड़े पैच दिख सकते हैं। ऐसे मरीजों में सदमे के लक्षणों के साथ निम्न लक्षण विकसित हो सकते हैं-
रक्तचाप में अचानक गिरावट
एक कमजोर है, लेकिन तेजी से नाड़ी
साँस लेने में कठिनाई
अभिस्तारण पुतली
शीत, चिपचिपी त्वचा
शुष्क मुँह
बेचैनी
एक त्वरित और उचित चिकित्सा उपचार इससे निपटने में मददगार साबित हो सकते हैं। यदि आपमें डेंगू या गंभीर डेंगू के कोई भी लक्षण है, तो तत्काल चिकित्सा सहायता से इस बीमारी से संबंधित जटिलताओं के जोखिम को कम कर सकते हैं।