नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के जम्मू-कश्मीर दौरे के बीच उनके मंत्रालय ने कल मंगलवार (5 अक्टूबर) को आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन, लश्कर ए तैयबा और अन्य प्रतिबंधित संगठनों के कुल 10 सदस्यों को अवैध गतिविधि रोकथाम अधिनियम (UAPA) के तहत आतंकी घोषित कर दिया है। गृह मंत्रालय की तरफ से जारी एक नोटिफिकेशन के मुताबिक, घोषित आतंकवादियों में से कम से कम एक पाकिस्तानी है, जबकि बाकी कश्मीरी मूल के लोग हैं, और सभी पाकिस्तान से निर्देश लेकर आतंकी वारदातें करते हैं।
आतंकी घोषित किए गए इन लोगों में पाकिस्तानी नागरिक हबीबुल्लाह मलिक उर्फ साजिद जट, फिलहाल पाकिस्तान में रह रहा जम्मू-कश्मीर के बारामूला का निवासी बासित अहमद रेशी, पाकिस्तान में रह रहा जम्मू-कश्मीर के सोपोर का निवासी इम्तियाज अहमद कांडू उर्फ सजाद, पाकिस्तान में रह रहा जम्मू-कश्मीर के पुंछ का रहने वाला जफर इकबाल उर्फ सलीम और पुलवामा का शेख जमील उर रहमान उर्फ शेख साहब भी शामिल हैं। आतंकवादी घोषित किए गए अन्य लोगों में पाकिस्तान में रह रहा श्रीनगर का रहने वाला बिलाल अहमद बेग उर्फ बाबर, पुंछ का रफीक नाई उर्फ सुल्तान, डोडा का इरशाद अहमद उर्फ इदरीश, कुपवाड़ा का बशीर अहमद पीर उर्फ इम्तियाज और पाकिस्तान में रह रहा बारामूला का शौकत अहमद शेख उर्फ शौकत मोची का नाम शामिल हैं।
गृह मंत्रालय की तरफ से जारी एक अन्य नोटिफिकेशन में कहा गया है कि हबीबुल्लाह मलिक उन आतंकवादियों का मुख्य सरगना था जिन्होंने पुंछ में सैनिकों पर हमला किया था और वह जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के वास्ते ड्रोन के जरिए हथियार एवं संचार प्रणाली गिराने में भी शामिल रहा है। नोटिफिकेशन में यह भी कहा गया है कि उसने दुर्दांत आतंकियों का एक बड़ा नेटवर्क बनाया था और वह लश्कर और द रेजेस्टेंस फ्रंट (TRF) से जुड़ा रहा है।
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