वाॅशिंगटन : कहा जाता है कि अमेरिका में भी लघु भारत रहता है। वहां भारतीयों का प्रभाव बढ़ता जा रहा है। आलम यह है कि दीपावली हो, ईद हो या फिर पंद्रह अगस्त अमेरिका में भारतीयता का नज़ारा कुछ अलग ही होता है। मगर अब हिंदी अमेरिका में तेजी से लोकप्रिय होती जा रही है। हिंदी देश में लगभग 6.5 लाख लोगों द्वारा बोली जाती है।
अमेरिकी जनगणना ब्यूरो द्वारा अमेरिकी समुदाय सर्वेक्षण के 2009 से लेकर 2013 के आंकड़ों के आधार पर यह बताया कि अमेरिका में 6 करोड़ से भी अधिक लोग घर पर ही अंग्रेजी के अतिरिक्त दूसरी भाषाऐं बोलते हैं। जिसमें हिंदी प्रमुख है। यही नहीं अमेरिका में घरों में अंग्रेजी के अतिरिक्त बोली जाने वाली शीर्ष भाषाओं में स्पैनिश, चाइनीज़, फ्रेंच, कोरियाई, जर्मन, वियतनामी, अरबी, टागालोग और रशियन बोली जाती है।
मगर हिंदी भाषाऐं किसी भी भाषा से कम नहीं हैं। इन भाषाओं में हिंदी भाषा सबसे प्रमुख है। दरअसल 6.5 लाख हिंदी का उपयोग करते हैं। 4 लाख अनिवासी भारतीय और अमेरिकी उर्दू बोलते हैं। दूसरी ओर 3.7 लाख से भी ज़्यादा लोग गुजराती का उपयोग करते हैं लेकिन अब पंजाबी भी वहां प्रमुख हो गई है। और हाउस आॅफ काॅमंस में बोली जाने वाली तीसरी बड़ी भाषा बन गई है।
लगभग 600 लोग बिहार में बोली जाने वाली भाषा और लगभग 700 लोग राजस्थानी में संवाद करते हैं। 94 हजार से भी अधिक लोग नेपाली व लगभग 9 हजार लोग सिंधी भाषा बोलते हैं। ढाई लाख लोगों द्वारा तेलगू, 1 लाख 90 हजार लोग तमिल, 1 लाख 46 हजार लोग मलयालम और कई लोग कन्नड़ में भी संवाद करते हैं।