अक्सर आपने देखा होगा कि स्कूल या कॉलेज में स्टूडेंट्स को सजा के तौर पर कई शारीरिक श्रम करने के लिए दिए जाते है. गलती करने पर या गलत काम करने पर स्कूल कॉलेज वाले सजा देते ही हैं. ऐसी सजा दी जाती है जिसके बाद कोई भी वो गलती नहीं करता. लेकिन आज हम आपको गुजरात की एक ऐसी यूनिवर्सिटी के बारे में बताने जा रहे हैं जहां स्टूडेंट्स को एक अनोखी सजा दी जाती हैं. आइये आपको बता देते हैं इस अनोखी सजा के बारे में.
आपको बता दें इस सजा के कारण यूनिवर्सिटी का माहौल खुशनुमा और खिला-खिला रहता हैं. हम बात कर रहे हैं वीर नर्मद साउथ गुजरात विश्वविद्यालय की जिसमें स्टूडेंट्स को सजा के तौर पर एक पौधा लगाना होता हैं. इससे दो काम अच्छे होते हैं. बचे गलत भी नहीं करते और सजा भी मिल जाती है और पेड़ पौधे भी लग जाते हैं. हैरानी की बात ये है कि 8 साल से चले आ रही इस अनोखी सजा के चलते ही आज यहां 550 हरेभरे पेड़ दिखाई दे रहे हैं. इनमें से कुछ तो अब 20 फुट लंबे हो चुके हैं.
वाकई ये एक अच्छा कदम है. इसी के साथ यहां के आर्किटेक्चर के प्रोफेसर हैं जिनके विभाग के आसपास के इलाके में हरीतिमा का नयनाभिराम विस्तार सहज ही देखा जा सकता है. इतना ही नहीं, यहां एक तालाब भी बनाया गया है. प्रोफेसर पटेल बताते हैं कि इन रमणीय वातावरण में अब कई तरह की चिड़ियों को देखा जा सकता है. 36 साल के पटेल यहां करीब सात सौ छात्रों को बेसिक डिजाइन का पाठ पढ़ाते हैं.
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