नई दिल्ली : संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने के एक दिन पहले बुधवार को केंद्र सरकार ने कहा कि वह देश में बढ़ रही असहिष्णुता पर बहस के लिए तैयार है और सभी दलों का सकारात्मक रुख शीतकालीन सत्र के सुचारु कामकाज के लिए अच्छा है। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू ने यहां एक सर्वदलीय बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, कुछ घटनाएं घटी हैं। हालांकि कानून-व्यवस्था राज्यों का मामला है, फिर भी यदि लोग इस पर चर्चा करना चाहते हैं, तो हम इसके लिए तैयार हैं। मंत्री ने कहा कि सरकार असहिष्णुता पर चर्चा के लिए तैयार है। कांग्रेस पहले ही यह संकेत दे चुकी थी कि वह आगामी सत्र के दौरान इस मुद्दे पर चर्चा की मांग करेगी।
नायडू ने कहा कि वे सभी 42 पार्टियों के प्रतिनिधियों की प्रतिक्रिया से खुश हैं, जिन्होंने बैठक में हिस्सा लिया। उन्होंने कहा, इस बात की जानकारी देते हुए मुझे प्रसन्नता हो रही है कि संसद का शीतकालीन सत्र फलदायी होगा। मंत्री ने कहा कि सरकार किसी भी मुद्दे पर किसी भी सुझाव को स्वीकार करने के लिए तैयार है, जिसपर विपक्ष चर्चा करना पसंद कर सकते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी पार्टियों से अनुरोध किया है कि वे सदन की कार्यवाही सुचारू चलने दें और लोग सांसदों की तरफ देख रहे हैं, जिनके कार्यो के लिए वे यहां आए हैं।
मंत्री ने कहा, विपक्षी पार्टियों का रुख बेहद सकारात्मक है। सरकार वस्तु एवं सेवा कर अधिनियम, असहिष्णुता व दलितों पर अत्याचार जैसे मुद्दों पर चर्चा करने व सुझाव लेने के लिए तैयार है। संसद का शीतकालीन सत्र गुरुवार से शुरू होगा।